रांची। बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव कल झारखंड में थे। यहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनकी मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई। इसके बाद से सियासी गलियारे में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कयास लगाये जा रहे हैं कि पप्पू यादव बिहार में झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकते हैं।
इससे इस चर्चा को भी बव मिल रहा है कि क्या पप्पू यादव बिहार में झारखंड मुक्ति मोर्चा को लीड करेंगे ? जिस तरीके से पप्पू यादव झारखंड विधानसभा चुनाव के समय से ही हेमंत सोरेन की प्रशंसा से पुल बांध रहे हैं, उससे जाहिर है कि दोनों के बीच खासी छन रही है।
बातों ही बातों में कर दिया ये इशाराः
पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव दबंग छवि वाले राजनेता माने जाते हैं। रांची में हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान भी झामुमो के विस्तार के संकेत दिये, जिससे मौजूदा चर्चा को बल मिला है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजनीति में हेमंत सोरेन का कद और बढ़ा है। आगे झारखंड मुक्ति मोर्चा देश में विस्तारित होगा और उम्मीद करता हूं कि एक दिन इस देश में नेतृत्वकर्ता के रूप में इसे देखेंगे।
जेएमएम को बिहार में चुनाव लड़ना चाहिएः
पप्पू यादव ने कहा कि जेएमएम इंडिया गठबंधन का मजबूत हिस्सा है और उन्हें जरूर बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए। वो निश्चित रूप से जेएमएम के साथ हैं और रहेंगे। हर कीमत पर जेएमएम को कांग्रेस नेतृत्व साथ लेकर चलेगी। उन्होंने कहा कि पप्पू यादव का सहयोग जेएमएम के साथ आंख बंद कर रहेगा।
केंद्र को 1.36 लाख करोड़ का बकाया देना होगा
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र के पास झारखंड का 1.36 लाख करोड़ रुपये का बकाया है। बकाया देने की मांग को पिछले सत्र में उन्होंने उठाया था। आने वाले बजट सत्र में भी वो इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे और झारखंड का बकाया पैसा राज्य को वापस मिलकर रहेगा। केंद्र को पैसा देना पड़ेगा या तो सदन नहीं चलेगा। उन्होंने बिल्कुल साफ शब्दों में कहा कि आदिवासियों के सम्मान और गरीबों के हक-अधिकार के लिए संघर्ष जारी रहेगा। झारखंड के साथ कोई भी सौतेलापन का व्यवहार नहीं कर सकता।
बिहार की राजनीति में होगा बड़ा बदलावः
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि आने वाले समय में बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव होगा। यदि सभी गठबंधन धर्म निभाएंगे और बड़ा दिल दिखाएंगे, तो बदलाव निश्चित है। जेएमएम को भी बिहार में साथ लेकर चलने की जरूरत है। इसका फायदा इंडिया गठबंधन को मिलेगा।
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