बेंगलुरु, एजेंसियां। बिहार के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी की आत्महत्या के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। 9 दिसंबर को बेंगलुरु में अतुल ने आत्महत्या की थी और मरने से पहले एक सुसाइड नोट और वीडियो में अपनी पत्नी निकिता, सास निशा, साले अनुराग और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था।
इसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने 10 दिसंबर को मामला दर्ज कर जांच शुरू की और 13 दिसंबर को निकिता, निशा और अनुराग को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि निकिता और उसके परिवार के अन्य सदस्य फरार थे। पुलिस ने उन्हें हरियाणा और प्रयागराज से गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश किया। हालांकि, सुशील सिंघानिया अभी भी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
अतुल के पिता पवन मोदी ने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है, “अगर हमें इंसाफ नहीं मिला तो मैं अपने बेटे की अस्थियां गटर में बहा दूंगा।” पुलिस का कहना है कि केस की जांच तेजी से की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को सजा दिलाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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