रांची : जेएससीए स्टेडियम में बीसीसीआई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी की प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक ने स्टेडियम परिसर में उनकी प्रतिमा लगाने के विरोध में जेएससीए को लीगल नोटिस भेजा है। जेएससीए के सचिव देवाशीष चक्रवर्ती के नाम भेजे गये लीगल नोटिस में उन्होंने प्रतिमा लगाने को लेकर आपत्ति जतायी है और सात दिनों के अंदर जवाब मांगा है।
अभिषेक ने कहा है कि मेरे पिता व्यक्ति पूजा और बाहरी आडंबर के विरोधी थे। उनके लिए कर्म ही पूजा थी। जेएससीए उनकी पुण्यतिथि 16 अगस्त पर प्रतिमा लगाने की तैयारी कर रहा है। किसके कहने पर ऐसा किया जा रहा है। इस तरह की प्रतिमा लगाये जाने की घोषणा करना उनकी स्मृति को आभाहीन करने का प्रयास है। इसे लेकर जेएससीए ने उनके परिवार से किसी तरह की बात नहीं की।
परिजनों की जानकारी और अनुमति के बिना प्रतिमा लगाना वैयक्तिक संपदा का हनन है। अभिषेक ने बताया कि अमिताभ की प्रतिमा बनाने में करोड़ों रुपए खर्च होने का अनुमान है। ऐसे में करोड़ों रुपए खर्च कर उनकी प्रतिमा लगाना उनके आदर्शों के खिलाफ है। यदि पैसों का राज्य के आदिवासी बच्चों की स्कॉलरशिप देने में उपयोग होता तो यह अमिताभ चौधरी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होती।
गौरतलब है कि जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में दिवंगत अमिताभ चौधरी की भव्य प्रतिमा लगाने की तैयारी जेएससीए प्रबंधन कर रहा है। इसके साथ ही अमिताभ चौधरी पवेलियन की लॉबी में स्वर्ण जड़ित फ्रेम में उनकी यादों को संजोए जाने की भी योजना है। इस काम में लगभग दो करोड़ रुपए खर्च होने हैं। दिसंबर तक इस काम को पूरा करना है।
प्रतिमा की ऊंचाई लगभग 12 फीट की होगी। वहीं पवेलियन लॉबी में 13 फीट चौड़ी और नौ फीट ऊंची 24 कैरेट गोल्ड लगा फ्रेम लगना है। इसे लेकर 16 अगस्त को मैनेजमेंट कमिटी की बैठक होनी है। मैनेजमेंट कमिटी के एजेंडा नंबर तीन में इस बात की जिक्र है कि इस काम के लिए जो खर्च होगा, उस पर मंथन होता और रिव्यू होती। इससे पहले परिवार वालों ने आपत्ति जता दी है।