Tuesday, June 24, 2025

झारखंड विस चुनावः फर्स्ट फेज में BJP मजबूत, JMM टक्कर में [Jharkhand assembly elections: BJP strong in first phase, JMM in competition]

झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले फेज के चुनाव के लिए आज शाम प्रचार थम जायेगा। पहले फेज में बीजेपी का पलड़ा भारी दिखता है। पर झारखंड मुक्ति मोर्चा भी टक्कर में है। वहीं कांग्रेस इन दोनों से काफी पीछे नजर आती है। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि कुछ चौंकानेवाले आंकड़े ये बता रहे हैं।

इस बार BJP ने मजबूत घेराबंदी की है। पहले BJP ने JMM से चंपाई सोरेन को तोड़ा। गठबंधन में आजसू के साथ JDU और LJP (रामविलास) को जोड़ा। 4 पूर्व CM के रिश्तेदारों को टिकट देकर ट्राइबल सीटों पर ताकत बढ़ाई। वहीं, कांग्रेस चुनाव की सबसे कमजोर कड़ी दिख रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस की सीटें 18 से लुढ़ककर सिंगल डिजिट में आ सकती हैं।

झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 43 पर पहले फेज में 13 नवंबर को वोटिंग होगी। हार-जीत के लिहाज से ये फेज सबसे ज्यादा अहम है, क्योंकि इसमें 20 आदिवासी सीटों पर BJP और JMM की सीधी लड़ाई है। कई विश्लेषकों ने आम लोगों से बातचीत कर हवा का रूख समझने की कोशिश की है।
इसके अनुसार पहले फेज में NDA 16 से 24 सीटों पर मजबूत नजर आ रहा है। BJP 14 से 21, JDU 0-1, आजसू 0-1, LJP (रामविलास) 0-1 सीटें जीत सकती है। वहीं INDIA ब्लॉक 14 से 19 सीटों पर मजबूत है। इसमें JMM 11-15, कांग्रेस 0-4 और RJD 0-1 सीटें जीत सकती है।

इस बीच एक सर्वे रिर्पोट आई है, जिसने कुछ हद तस्वीर की रूख साफ की है। इसके अनुसारः

  1. पहले फेज की 43 सीटों में कोल्हान प्रमंडल की 14 सीटों पर BJP का सबसे ज्यादा फोकस है। 2019 में पार्टी यहां एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस बार चंपाई फैक्टर की बदौलत BJP 5 से 6 सीटों पर मजबूत दिख रही है।
  2. आदिवासी सीटों पर भाजपा JMM सरकार में हुए करप्शन और बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठा रही है। हालांकि आदिवासियों के बीच घुसपैठ का मुद्दा कम प्रभावी नजर आता है, लेकिन इससे BJP राज्य में हिंदुओं को एकजुट करने में कामयाब होती दिख रही है।
  3. कांग्रेस INDIA ब्लॉक में सबसे कमजोर कड़ी दिख रही है। पार्टी के विधायक दल के नेता और कद्दावर मंत्री आलमगीर आलम भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं। हेमंत सरकार के कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा खतरा कांग्रेसी विधायकों की टूट का बना रहा। दो बार पार्टी के विधायक ब्लैकमनी के साथ पकड़े गए। जमीन पर भी कांग्रेस की कोई खास तैयारी नजर नहीं आती।
  4. जीत का नैरेटिव सेट करने के मामले में हेमंत सोरेन बढ़त बनाते दिख रहे हैं। वे अपनी योजनाओं के एग्रेसिव प्रचार के साथ जनता से सीधे जुड़ रहे हैं। वोटर्स को साधने के लिए कल्पना सोरेन भी गांव-गांव कैंपेनिंग कर रही हैं। पार्टी मंइयां योजना, स्कॉलरशिप, 200 यूनिट फ्री बिजली और 25 लाख लोगों को घर जैसी स्कीम्स भुनाने की कोशिश कर रही है।
    झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को मतदान होने वाले हैं। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इसी बीच झारखंड चुनाव से पहले मैटराइज सर्वे का एक सर्वे सामने आया है। जिसमें चुनाव में अलग-अलग पार्टियों को मिलने वाली सीटों और वोट शेयर का अनुमान लगाया गया है।
  5. क्या कहती है सर्वे रिर्पोटः
    सर्वे के मुताबिक, झारखंड में सत्ता परिवर्तन हो सकता है। राज्य में भाजपा गठबंधन की सरकार बन सकती है। झारखंड में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन होने का इतिहास रहा है। 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत होती है
    एनडीए को इतनी सीटों का अनुमानः
    मैटराइज सर्वे के अनुसार, झारखंड में भाजपा गठबंधन को 45 से 50 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के 18 से 25 सीट मिलने की संभावना जताई गई है। अन्य के खाते में 2 से 5 सीट मिलने की उम्मीद है।
    क्या हुआ था 2019 मेः

साल 2019 के विधानसभा चुनावों में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 47 सीटें जीतीं, जबकि एनडीए को 25 सीटें मिली थी।
क्या रह सकता है वोट प्रतिशतः

वोट प्रतिशत की बात करें तो, मैटराइज सर्वे के अनुसार भाजपा गठबंधन को 53 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है। जबकि, जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन का वोट शेयर 27.9 फीसदी रह सकता है। वहीं, अन्य को 18.9 प्रतिशत वोट शेयर का अनुमान जताया गया है।

कोल्हान और पलामू प्रमंडल में बीजेपी की मजबूतः

मैटराइज सर्वे के अनुसार, कोल्हान (चाईबासा), दक्षिणी छोटानागपुर (रांची), पलामू (मेदिनीनगर) में जहां भाजपा और उसके सहयोगी दल की पकड़ मजबूत होती दिखाई दे रही है। वहीं, जेएमएम गठबंधन को इन पांच क्षेत्रों में भारी सीटों का नुकसान होने का अनुमान है।
संताल परगना में भी बीजेपी को हो सकता है फायदाः

झारखंड में रीजन वाइज सीटों की बात करें तो, मैटराइज सर्वे के अनुसार संथाल परगना की 18 सीटों में से भाजपा गठबंधन को 6 से 9 सीटें मिल सकती है, वहीं जेएमएम गठबंधन को 4 से 10 सीटें मिलने का अनुमान है। उत्तरी छोटानागपुर (हजारीबाग) की 25 सीटों में भाजपा गठबंधन को 14 से 17 और जेएमएम गठबंधन को 0-4 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई है।

कोल्हान में जेएमएम को नुकसान की आशंका

कोल्हान में, जेएमएम को चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद भारी नुकसान होता दिखाई दे रहा है। सर्वे में कोल्हान क्षेत्र में जेएमएम और उसके सहयोगियों की को नुकसान का अनुमान लगाया गया है, जिसमें करीब 14 निर्वाचन क्षेत्र हैं।

वोट शेयर की क्या रह सकती है स्थितिः

वोट शेयर के मामले में भी भाजपा को इंडिया ब्लॉक पर बढ़त मिलने का अनुमान है। कोल्हान क्षेत्र में अकेले भाजपा को 42 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि पलामू क्षेत्र में 47 से ज़्यादा वोट शेयर मिलने की उम्मीद है।

पहले फेज में 333 निर्दलीयः

पहले फेज में 333 निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, लेकिन फाइट NDA और INDIA ब्लॉक में है। कुछ सीटों पर जयराम महतो की पार्टी JLKM, लोकल पार्टियां और इंडिपेंडेंट कैंडिडेट भी मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं। दो सीटों विश्रामपुर और छतरपुर में कांग्रेस और RLD के बीच फ्रेंडली फाइट है।

झारखंड चुनाव में BJP 68, आजसु 10, JDU 2 और LJP 1 सीट पर लड़ रही है। INDIA ब्लॉक में JMM 43, कांग्रेस 30, CPI(M) 3 और RJD 6 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

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