Tuesday, September 30, 2025

जानें क्या है 1932 का खतियान, क्यों इसे लेकर बढ़ जाती है सियासी हलचल

- Advertisement -

रांची। झारखंड में एक बार फिर 1932 का खतियान चर्चा में है। हालांकि राज्यपाल रमेश वैस हेमंत सरकार द्वारा भेजे गये 1932 का खतियान पर आधारित स्थानीय नीति का विधेयक लौटाकर खुद भी लौट चुके हैं, लेकिन यह मुद्दा अब भी जीवंत है।

दरअसल, झारखंड गठन के बाद से ही 1932 के खतियान चर्चा में है। 2002 में जब बाबूलाल मरांडी की सरकार ने डोमिसालइल नीत लागू किया, तबसे ही 1932 का खतियान चर्चा में आया। इसका भारी विरोध भी हुआ। फिर बाद में झारखंड हाइकोर्ट ने इसे निरस्त कर दिया।

इसके बाद की सरकारें इसे विवादास्पद मानकर इससे बचती रहीं। लेकिन वर्ष 2013 में अपने पहले मुख्यमंत्री काल में हेमंत सोरेन ने स्थानीय नीति पर सुझाव देने के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की पर तब यह नीति नहीं बन सकी। झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन भी 1932 के खतियान को आधार मानकर स्थानीय नीति बनाए जाने की वकालत करते रहे हैं।

क्यों है विरोध, क्या है विवाद

1932 के खतियान लागू होने का मतलब है, कि उस समय के लोगों का नाम ही खतियान में होगा। यानि 1932 में झारखंडवासियों के वंशज ही झारखंड के मूल निवासी माने जायेंगे। पिछले वर्ष हेमंत सोरेन सरकार ने तो  खतियान आधारित स्थानीय नीति को  नियोजन से जोड़ दिया था, जिसे बाद में झारखंड हाइकोर्ट ने खारिज कर दिया।  

यदि यह सागू हो जाता, तो राज्य में 1932 या उसके पूर्व की खतियानी पहचान वाले झारखंडियों को ही तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरी मिल पाती। पिछले वर्ष 11 नवंबर को विधानसभा के विशेष सत्र में सरकार ने झारखंड के स्थानीय व्यक्तियों की परिभाषा तय करने वाला विधेयक पारित किया। सामान्य प्रक्रिया के तहत यह विधेयक राज्यपाल के पास भेजा गया, जिसे पूर्व रमेश वैस ने कई आपत्तियों के साथ वापस कर दिया।  

क्या होता है खतियान और क्यों खास है 1932 का खतियान

अब यहां यह जानना जरूरी हो जाता है क  क्या है 1932 का खतियान? आम तौर खतियान वह दस्तावेज होता है, जमीन के मूल मालिक का नाम दर्ज होता है। खतियान को रिकॅाड ऑफ द् राइट भी कहते हैं। यह जमीन के मूल मालिक का पता बताता है।  इसमें यह भी दर्ज होता है कि जमीन के अस्तित्न में आने के बाद से इसे मूल मालिक ने कब कब किसे हस्तांतरित की या बेची।

कुल मिला कर कहा जाये, तो इसमें जमीन का पूरा विवरण मौजूद होता है, जसमें खरीद-बिक्री से जुड़ी जानकारी भी शामिल होती है। आज भी झारखंड में खतियान यहां के भूमि अधिकारों का मूल मंत्र या संविधान है। 1932 के सर्वे में जिसका नाम खतियान में चढ़ा हुआ है, उसके नाम का ही खतियान आज भी है।

रैयतों के पास जमीन के सारे कागजात हैं, लेकिन खतियान दूसरे का ही रह जाता है। बिरसा मुंडा के आंदोलन के बाद 1908 में छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट बनाया गया। इसका उद्देश्य आदिवासियों की जमीन को गैर आदिवासियों के हाथों में जाने से रोकना था। 1831-1832 के कोल विद्रोह के बाद विल्किंसन एक्ट आया।

कोल्हान की भूमि ‘हो’ आदिवासियों के लिए सुरक्षित कर दी गई। यह व्यवस्था निर्धारित की गई कि कोल्हान का प्रशासनिक कामकाज हो मुंडा और मानकी के द्वारा कोल्हान के अधीक्षक करेंगे। इस इलाके में साल 1913-1918 के बीच भूमि सर्वेक्षण हुआ। इसके बाद मुंडा और मानकी को खेवट में विशेष स्थान मिला।

आदिवासियों का जंगल पर अधिकार इसी सर्वे के बाद दिया गया। 1950 में बिहार में भूमि सुधार अधिनियम आया। फिर वर्ष 1954 में इसमें संशोधन किया गया और मुंडारी खूंटकट्टीदारी को इसमें छूट मिल गई।

WhatsApp Group Join Now

Hot this week

Important Events: 14 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएं [Important events of July 14]

Important Events: 1223 – फिलिप द्वितीय की मृत्यु के...

India-Bhutan Railway Project: भारत और भूटान के बीच नई रेल परियोजना की घोषणा, 4033 करोड़ रुपये होंगे खर्च

India-Bhutan Railway Project: नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत और भूटान के बीच एक नई रेल परियोजना की घोषणा कर दी गई है। इस परियोजना की कुल...

Save phone battery: फोन की बैटरी बचाएं: 100% चार्जिंग छोड़ें और बैटरी बचाने के आसान उपाय अपनाये

Save phone battery: नई दिल्ली, एजेंसियां। कई लोगों की आदत होती है कि वे अपने स्मार्टफोन को हमेशा 100% तक चार्ज रखते हैं। लेकिन यह...

Ashok Choudhary: प्रशांत किशोर का बिहार के मंत्री अशोक चौधरी पर बड़ा हमला: “200 करोड़ की संपत्ति अर्जित की,...

Ashok Choudhary: पटना, एजेंसियां। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी पर बड़ा हमला बोला है। प्रेस...

India Asia Cup: PM मोदी के ट्वीट से पाकिस्तानी मंत्रियों में हड़कंप, एशिया कप में भारत की जीत का...

India Asia Cup: नई दिल्ली, एजेंसियां। एशिया कप 2025 में भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। इस जीत...

BJP leader Printu Mahadevan: भाजपा नेता प्रिंटू महादेवन के खिलाफ राहुल गांधी को मौत की धमकी देने पर केस...

BJP leader Printu Mahadevan: तिरुवनंतपुरम, एजेंसियां। केरल पुलिस ने सोमवार को भाजपा नेता प्रिंटू महादेवन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन पर आरोप है...

Maa Mahagauri: मां दुर्गा का आठवां रूप महागौरी, जाने कथा और पूजन विधि

Maa Mahagauri: आज नवरात्रि का आठवां दिन है और आज मां महागौरी की पूजा की जाती है। नवरात्रि में दुर्गा अष्टमी का अत्यधिक महत्व...

RBI repo rate 2025: दिवाली से पहले हो सकती है रेपो रेट में कटौती, होम-कार लोन होंगे सस्ते

RBI repo rate 2025: मुंबई, एजेंसियां। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिवसीय बैठक आज मुंबई में शुरू हो गई...

IIT Madras: IIT मद्रास ने लॉन्च किया कैंसर जीनोम और टिशू बैंक

IIT Madras: चेन्नई, एजेंसियां। कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए IIT मद्रास ने एक नई पहल की है। संस्थान ने कैंसर जीनोम और टिशू...
spot_img

Related Articles

Popular Categories