नई दिल्ली,एजेंसियां: देश में लोकसभा चुनाव की शुरुआत के साथ ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) भारतीय शेयर बाजार से दूरी बनाने लगे थे, क्योंकि उस दौरान मार्केट में अस्थिरता काफी बढ़ गई थी।
जब शुरुआती चरणों में वोटिंग उम्मीद से कम हुई, तो विदेशी निवेशकों की चिंता बढ़ गई।
लेकिन, अब पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई में एनडीए की सरकार बनने के बाद विदेशी निवेशकों की फिक्र काफी हद तक दूर हुई है और उन्होंने फिर से निवेश शुरू कर दिया है।
जून में 12170 करोड़ के शेयर खरीदे
जानकारी के अनुसार अगर 21 जून तक का डेटा देखें, तो विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में 12,170 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। एक्सपर्ट का मानना है कि यह सिलसिला आगे भी बढ़ेगा।
डेट बाजारों में 10 हजार करोड़ का निवेश
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक घरेलू बॉन्ड बाजारों में लगातार खरीदार बने हुए हैं। एफपीआई जून में अब तक 10,575 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं। 2024 में बॉन्ड बाजार में एफपीआई का निवेश 64,244 करोड़ रुपये हो गया है।
ये है विदेशी निवेशकों की वापसी की वजह
मई में विदेशी निवेशकों के मन में चुनावी नतीजों को लेकर काफी अनिश्चितता थी। उन्होंने शेयरों से 25,586 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की थी।
लेकिन, अब उन्हें पता है कि मोदी सरकार सत्ता में वापसी कर चुकी है, ज्यादातर मंत्रालयों का जिम्मा भी पुराने ही मंत्रियों के पास है।
ऐसे में सरकार अपनी पुरानी नीतियों को जारी रखते हुए आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने की कोशिश करेगी।
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