पटना,एजेंसियां: बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला था।
मोदी ने तेजस्वी को यहां तक कहा कि अब उन्हें जमानत और अमानत पर ध्यान देना है। इस बयान के बाद बिहार में सियासी खलबली मच गई है।
इसी बीच तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा है। पत्र में तेजस्वी यादव ने जातिगत जनगणना से लेकर आरक्षण तक पर प्रधानमंत्री को अपने पक्ष से अवगत कराया है।
तेजस्वी ने लिखा है कि चुनावी मौसम में ही आप बिहार आते है कल आप फिर बिहार आए और एक बार फिर आपने सभी लोगों को भ्रमित करने की असफल कोशिश की।
मैं आपके सामने कुछ बातें रखना चाहता हूं। मुस्लिम आरक्षण को लेकर पीएम मोदी के ताजा बयान पर प्रतिक्रया देते हुए तेजस्वी ने लिखा है कि शायद आपको ज्ञान और ध्यान ना रहा हो कि गुजरात में मुस्लिम समुदाय की जातियों को भी आरक्षण मिलता है।
आप 13 वर्ष से ज्यादा अरसे तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। अतः भ्रम फैलाने और नफरत परोसने की राजनीति से परहेज कीजिए मोदी जी।
तेजस्वी यादव ने आगे लिखा है कि आपने बाबा साहेब का आरक्षण खत्म करने का एक नायाब तरीका ढूँढा है।
क्योंकि संविधान की धारा 15 और धारा 16 के तहत आरक्षण सरकारी नौकरियों में मिलती है।
आपने रेलवे, सेना और अन्य विभागों से सरकारी नौकरियां ही खत्म कर दीं, तो फिर आरक्षण की अवधारणा कहा जाएगी, लेकिन ये गंभीर चिंता आपकी प्राथमिकताओं में है ही नहीं।
इसके साथ ही आगे लिखा कि हम तो आप से कई बार आग्रह कर चुके हैं – संसद में, सड़क पर, सदन में, कि आप प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की व्यवस्था करिए, ताकि एक व्यापक बहुजन आबादी दलित समुदाय और अन्य वंचित समूहों को उनको उनका वाजिब संवैधानिक हक मिले।
लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ने की बजाय आप युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए संघर्षशील एक 34 के युवा तेजस्वी को जेल भेजने की धमकी दे रहे है।
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