Bihar Elections:
पटना, एजेंसियां। बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन में बात बनती दिख रही है। अशक गहलोत के प्रयासों से राजद और कांग्रेस में बढ़ा तनाव कम होता दिख रहा है। महागठबंधन में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश करने पर सहमति बन गई है। इसकी घोषणा महागठबंधन के नेता गुरुवार को मीडिया के सामने करनेवाले हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए तैयार मंच के पास पोस्टर में सिर्फ तेजस्वी यादव का चेहरा है। इसके साथ ही महागठबंधन को लेकर जो भी सस्पेंस हैं, वो खत्म हो जाएंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा चुनावी कार्यक्रम की भी घोषणा की जाएगी।
जानकारी के अनुसार ज्यादा से ज्यादा से सीटों पर महागठबंधन का एक उम्मीदवार रहे, इस पर मुहर लग सकती है। जिन सीटों पर फ्रेंडली फाइट की स्थिति है, वहां से नामांकन वापसी का प्रयास होगा। कुछ जगह रणनीति के तहत उम्मीदवार हो सकते हैं, जहां ऐसा महागठबंधन के लिए फायदेमंद हो।
गहलोत ने की लालू और तेजस्वी से मुलाकातः
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंतिम फैसले के ऐलान से पहले अशोक गहलोत और अल्लावरु ने कांग्रेस आलाकमान से संपर्क किया है। गहलोत ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की। उसके बाद उन्होंने कहा कि तेजस्वी से अच्छी बात हुई है। सारी बातें क्लीयर हो जाएंगी। कोई झगड़ा नहीं है। सब मिलकर चुनाव प्रचार करेंगे। महागठबंधन एकजुट होकर चुनाव में उतर रहा है। बिहार में 243 सीटो में से 5-10 सीटो पर फ्रेंडली फाइट हो सकती है।
13 सीटों पर महागठबंधन के प्रत्याशी आमने-सामनेः
अभी तक महागठबंधन के भीतर घमासान मचा हुआ था। 13 सीटों पर महागठबंधन के ही प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा सीटों पर आरजेडी और कांग्रेस के ही उम्मीदवार आमने-सामने हैं। कहीं सीपीआई और कांग्रेस के उम्मीदवार भी सामने हैं, तो मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी भी पीछे नहीं हैं। वीआईपी ने भी आरजेडी उम्मीदवार के सामने अपना उम्मीदवार उतारा है।
243 सीटों पर महागठबंधन के 252 उम्मीदवारः
महागठबंधन के फिलहाल कुल 252 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। आरजेडी के 143, कांग्रेस के 61, सीपीआई एमएल के 20, सीपीआई के 9, सीपीएम के 4 और वीआईपी के 15 उम्मीदवार हैं। आरजेड़ी-कांग्रेस 5 सीटों पर आमने-सामने हैं, जिसमें सिकंदरा, कहलगांव, सुल्तानगंज और लालगंज, नरकटियागंज हैं। 4 सीट पर कांग्रेस और CPI आमने-सामने हैं।
बीजेपी का कांग्रेस और राहुल गांधी पर तंजः
पोस्टर पर सिर्फ तेजस्वी की फोटो होने पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि फोटो से राहुल गांधी और बाकी नेताओं को डिलीट कर दिया गया है। राहुल और कांग्रेस को डिलीट करके उनकी हैसियत दिखा दी है। कांग्रेस का सम्मान चोरी हो चुका है। क्या राजद राहुल गांधी को बोझ समझता है? कल तक पप्पू यादव दावा कर रहे थे कि राहुल गांधी ही महागठबंधन का चेहरा हैं। कल तक कांग्रेस खुद को बड़ा भाई बता रही थी, लेकिन अब वो कहीं नजर नहीं आ रही। महागठबंधन का न कोई मिशन है, न कोई विज़न, बस फूट है, भ्रम है।
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