America destroyed:
वॉशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका में ड्रग्स के खिलाफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जंग अब और तेज हो गई है। शनिवार को उन्होंने बताया कि अमेरिकी सेना ने कैरेबियन सागर में ड्रग्स की तस्करी करने वाली एक पनडुब्बी पर हवाई हमला कर उसे नष्ट कर दिया। इस हमले का वीडियो खुद ट्रंप ने अपने सोशल प्लेटफॉर्म Truth Social पर साझा किया।
क्या है मामला
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के अनुसार, यह पनडुब्बी फेंटेनल और अन्य अवैध ड्रग्स से भरी हुई थी और संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर बढ़ रही थी।
हमले के दौरान चार ड्रग्स तस्कर सवार थे जिनमें से दो मारे गए, जबकि दो को जिंदा पकड़कर इक्वाडोर और कोलंबिया भेजा गया है ताकि उन पर मुकदमा चलाया जा सके।
ट्रंप का बयान
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा “ड्रग्स से लदी इस पनडुब्बी को नष्ट करना मेरे लिए सम्मान की बात है। अगर इसे तट तक आने दिया जाता तो कम से कम 25,000 अमेरिकी मारे जाते। मेरी सरकार में हम किसी भी ‘नार्को-टेररिस्ट’ को बर्दाश्त नहीं करेंगे — न भूमि से, न समुद्र से।” उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में किसी भी अमेरिकी सैनिक को नुकसान नहीं पहुंचा।
कोलंबिया ने दी पुष्टि
कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने भी पुष्टि की कि पकड़ा गया कोलंबियाई संदिग्ध जीवित है और उस पर देश में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
50 दिन में 6 समुद्री हमले
ट्रंप प्रशासन द्वारा ड्रग्स के खिलाफ चलाए जा रहे इस सैन्य अभियान के तहत पिछले 50 दिनों में छह जहाज या पनडुब्बियों को निशाना बनाया गया है। इनमें से अधिकांश स्पीडबोट्स थीं, कई का स्रोत वेनेजुएला बताया गया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इन कार्रवाइयों से लैटिन अमेरिका से आने वाले ड्रग्स के प्रवाह पर निर्णायक प्रहार हुआ है। हालांकि, एएफपी रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि मारे गए सभी लोग वास्तव में ड्रग्स तस्कर ही थे। अब तक इन सैन्य अभियानों में कम से कम 27 लोगों की मौत हो चुकी है।
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