Dhanbad Rajganj Firing Case:
धनबाद। राजगंज पेट्रोल पंप गोलीकांड में गिरफ्तार शूटर लक्खी विशाल ने पुलिस रिमांड में सनसनीखेज खुलासा किया है। विशाल ने बताया कि वह अपनी गर्लफ्रेंड की चाहत पूरी करने के लिए अपराध की दुनिया में उतरा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान उसने कहा कि उसकी महिला मित्र अक्सर कहती थी “छोटे-मोटे बदमाश मत बनो, अगर बनना है तो अमन सिंह की तरह डॉन बनो।” यही बात उसके दिमाग में घर कर गई और उसने धीरे-धीरे धनबाद के कुख्यात डॉन प्रिंस खान के गिरोह से जुड़ने का फैसला कर लिया।
प्रिंस खान गिरोह से जुड़ा कनेक्शन
लक्खी विशाल ने स्वीकार किया कि वह प्रिंस खान के लिए काम करता था और उसी के इशारे पर राजगंज पेट्रोल पंप फायरिंग को अंजाम दिया गया। वारदात के दौरान विशाल बाइक चला रहा था, जबकि उसका साथी भानू मांझी ने फायरिंग की थी। घटना के बाद दोनों आरोपी बोकारो के रास्ते जमशेदपुर भाग निकले।
अफरीदी और सैफी अब्बास की भूमिका उजागर
पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी अफरीदी ने कबूला कि उसने सैफी अब्बास उर्फ मेजर के कहने पर विशाल और भानू को शरण दी थी। अफरीदी ने दोनों को हथियार और बाइक भी उपलब्ध कराए थे। पुलिस अब इन आरोपियों के नेटवर्क और फंडिंग स्रोत की गहराई से जांच कर रही है।
पुलिस के रडार पर पूरा गिरोह
धनबाद पुलिस का कहना है कि प्रिंस खान गिरोह के कई सदस्य अभी फरार हैं। विशाल और अफरीदी से पूछताछ के बाद पुलिस को झारखंड के कई जिलों तक फैले अपराध नेटवर्क के सबूत मिले हैं। राजगंज फायरिंग केस के बहाने पुलिस अब प्रिंस खान, सैफी अब्बास और उनके गुर्गों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
लक्खी विशाल का यह खुलासा दिखाता है कि व्यक्तिगत संबंधों और लालच के कारण कैसे युवा अपराध के दलदल में फंस जाते हैं। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने में जुटी है।
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