Ghatshila Election:
घाटशिला। घाटशिला विधानसभा उपचुनाव की तैयारी जोरों पर है। नामांकन की अंतिम तिथि 21 अक्टूबर है, जबकि मतदान 11 नवंबर को होगा। घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में इस बार नेताओं की रैलियों और सभाओं के लिए हेलीकॉप्टर उतारने का पूरा इंतजाम जिला प्रशासन की देख रेख में होगा।
प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अब राजनीतिक दलों को हेलीपैड बनाने और उसके इस्तेमाल के लिए निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा।भवन निर्माण विभाग की जिम्मेदारी होगी कि वह राजनीतिक दलों की सूचना पर अस्थायी हेलीपैड तैयार करे।
इसके लिए दो तरह के हेलीपैड बनाए जाएंगे — बैरिकेडिंग वाले और बिना बैरिकेडिंग वाले।
बैरिकेडिंग के साथ बनने वाले हेलीपैड में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, इसलिए इसका शुल्क अधिक रखा गया है। ऐसे हेलीपैड के लिए राजनीतिक दलों को ₹35,637 खर्च करने होंगे। इसमें हेलीपैड का शुल्क ₹27,937, एंबुलेंस शुल्क ₹1,500, और अग्निशमन दल का शुल्क ₹6,200 प्रति छह घंटे शामिल है।वहीं, बिना बैरिकेडिंग वाले हेलीपैड का किराया ₹15,242 तय किया गया है।
इसमें हेलीपैड शुल्क ₹7,542, एंबुलेंस शुल्क ₹1,500, और अग्निशमन दल का शुल्क ₹6,200 प्रति छह घंटे होगा। यदि किसी सभा या कार्यक्रम की अवधि छह घंटे से अधिक होती है, तो अग्निशमन दल का शुल्क अलग से देना होगा।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई राजनीतिक दल किसी निजी जमीन पर हेलीपैड बनवाना चाहता है, तो उसे जमीन मालिक से एनओसी (No Objection Certificate) लेना अनिवार्य होगा। उस स्थिति में जमीन का किराया संबंधित राजनीतिक दल को स्वयं देना होगा।वहीं, सरकारी जमीन पर हेलीपैड बनाने के लिए प्रशासन से पूर्व अनुमति लेना जरूरी होगा। राजनीतिक दलों को आवश्यक शुल्क जमा कर रसीद प्रस्तुत करनी होगी, जिसके बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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