मांडू: मांडू से भाजपा विधायक जयप्रकाश पटेल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उन्हें नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलाई गई।
माना जा रहा है कि वे हजारीबाग लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते हैं। भाजपा के लिए उनका कांग्रेस में शामिल होना बड़े झटके की तरह है।
इसके साथ ही उनके भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने की वजहों पर भी चर्चा शुरू हो गयी है। चर्चा है कि पहले भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में उनका नाम आगे किए जाने और बाद में सचेतक बनाये जाने से वे नाराज चल रहे थे।
भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में उनका नाम चलने के दौरान उन्होंने दिल्ली जाकर भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात भी की थी।
पर उनके दिल्ली दौरे का नतीजा भी उनके पक्ष में नहीं आया था। पार्टी के विधायकों के साथ विचार-विमर्श में उनके नाम पर सहमति नहीं बन पायी।
इसके साथ ही वे भाजपा विधायक दल के नेता बनते-बनते रह गये। चर्चा ये भी है कि वे हजारीबाग सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ना चाहते थे।
उनकी यही महत्वाकांक्षा उन्हें भाजपा से खींचकर कांग्रेस ले गयी। उधर, कांग्रेस को भी हजारीबाग लोकसभा सीट के लिए एक मजबूत उम्मीदवार की तलाश थी जो भाजपा के मनीष जायसवाल के बरक्स खड़ा हो सके।
ऐसे में कांग्रेस को पार्टी से नाराज चल रहे जेपी पटेल में संभावनाएं दिखीं। पार्टी ने उनसे संपर्क किया और मौके की नजाकत को भांपते हुए जेपी पटेल कांग्रेस में शामिल हो गये।
हजारीबाग में कुरमी समुदाय की एक बड़ी आबादी है। कांग्रेस को लगता है कि जेपी पटेल इस आबादी के वोटरों के साथ अन्य को भी साधने में सफल रहेंगे।
दरअसल, भाजपा ने कांग्रेस से जिस प्रकार गीता कोड़ा को तोड़कर भाजपा में शामिल कराया था उसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी इस फिराक में थी कि कैसे भाजपा से किसी कद्दावर नेता को कांग्रेस में शामिल कराया जाए और जैसै ही मौका मिला, कांग्रेस ने भाजपा को जैसे को तैसा के अंदाज में जवाब दिया।
जेपी पटेल पहले झामुमो में थे और बाद में उन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी। जयप्रकाश पटेल झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल के सचेतक थे।
उनकी गिनती झारखंड के प्रमुख कुर्मी नेताओं में होती है। इसके पहले वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में थे। वह मांडू क्षेत्र से लगातार दो बार विधायक चुने गए हैं।
उनके पिता दिवंगत टेकलाल महतो भी मांडू क्षेत्र से कई बार विधायक और गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके थे।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद पटेल ने कहा कि वे अपने पिता स्व. टेकलाल महतो के सपनों को पूरा करने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
उन्होंने दावा किया कि इस बार झारखंड की सभी 14 सीटों पर आईएनडीआईए के प्रत्याशी विजयी होंगे।
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