Nepal border:
काठमांडू, एजेंसियां। नेपाल में युवाओं के उग्र विरोध ने राजनीतिक और सामाजिक संकट खड़ा कर दिया है। आक्रोशित भीड़ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रियों के आवासों के साथ संसद, सुप्रीम कोर्ट और कई सरकारी दफ्तरों में आग लगा दी। चितवन जिले में जिला प्रशासन और चुनाव कार्यालय समेत भू-राजस्व व न्यायालयों के दस्तावेज भी जलकर नष्ट हो गए।
Nepal border: जेल तोड़ी, नेताओं को छुड़ाया
आंदोलनकारियों ने काठमांडू और अन्य जिलों में जेलों पर हमला कर सैकड़ों कैदियों को आज़ाद कर दिया। नक्खू जेल से पूर्व उप प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी अध्यक्ष रबि लामिछाने को छुड़ा लिया गया। लगभग 1,500 कैदियों के भागने से हालात और बिगड़ गए हैं।
Nepal border: सुदन गुरुंग बने आंदोलन का चेहरा
36 वर्षीय सुदन गुरुंग को इस आंदोलन का चेहरा माना जा रहा है। वह “हामी नेपाल” नामक एनजीओ से जुड़े हैं, जिसने इंस्टाग्राम और डिस्कोर्ड के जरिये युवाओं को संगठित किया। गुरुंग ने वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग की।
Nepal border: ओली का इस्तीफा, चीन चुप
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है। चीन ने इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की, जबकि राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने संयम और वार्ता की अपील की है।
Nepal border: बालेन शाह पर नजरें
काठमांडू के मेयर और रैपर-इंजीनियर रहे बालेंद्र शाह (बालेन) को युवाओं के बीच लोकप्रियता के चलते संभावित प्रधानमंत्री के रूप में देखा जा रहा है। उनकी भ्रष्टाचार विरोधी छवि ने उन्हें आंदोलनकारियों का समर्थन दिलाया है।
Nepal border: भारत सतर्क, उड़ानें रद्द
नेपाल संकट को देखते हुए भारत ने 1,751 किमी लंबी सीमा पर हाईअलर्ट घोषित कर दिया है। सशस्त्र सीमा बल (SSB) को निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, काठमांडू एयरपोर्ट बंद होने से एअर इंडिया, इंडिगो और नेपाल एयरलाइंस की उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
इसे भी पढ़ें
Nepal protest: पूरे नेपाल पर सेना का कंट्रोल, PM ओली के इस्तीफे के बाद भी हिंसा जारी