Omar Abdullah:
श्रीनगर, एजेंसियां। जम्मू-कश्मीर में हाल ही में आई भीषण बारिश और बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें 32 लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घटना स्थल का दौरा करने के बाद राहत कार्यों को तेज करने का आदेश दिया और इस दुर्घटना के लिए मौसम की चेतावनी के बावजूद चूक की संभावना पर सवाल उठाए।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमारे पास मौसम की जानकारी थी, फिर भी क्या हम उन निर्दोष लोगों की जान नहीं बचा सकते थे?” उन्होंने कटरा में हुए भूस्खलन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कई लोग ट्रैक पर थे और सुरक्षित जगह पर क्यों नहीं पहुंचाए गए, इस सवाल का जवाब हम बाद में देंगे।
सीएम ने कहा
सीएम ने कहा, “अगर हमें मौसम के बारे में पहले से जानकारी थी, तो क्या हम इन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर नहीं भेज सकते थे? यह गंभीर सवाल है। मुझे दुख है कि कटरा में करीब 29-30 लोगों की जान गई।”उन्होंने आगे कहा कि कई निचले इलाकों जैसे सांबा, कठुआ, जम्मू, उधमपुर, और डोडा में भी भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि नदी के किनारे अवैध रूप से बसे लोगों को नए स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के बाद, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और स्थिति में सुधार होने के संकेत मिले हैं क्योंकि बारिश अब थम चुकी है और पानी का स्तर घट रहा है।वर्तमान में, वैष्णो देवी ट्रैक पर लैंडस्लाइड में कई लोग घायल हैं, और प्रशासन लापता लोगों की तलाश कर रहा है। इस हादसे के बाद वैष्णो देवी यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। राहत कार्य अभी भी जारी है।
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