Shock to cricketer:
मुंबई, एजेंसियां। भारत के क्रिकेटर मोटी कमाई करते हैं। खिलाड़ियों की कमाई ही इस खेल की लोकप्रियता की सबसे बड़ी पहचान है। कई भारतीय क्रिकेटरों की नेटवर्थ 1000 करोड़ रुपये से भी अधिक है, जबकि बाकी खेलों से जुड़े खिलाड़ी कमाई के मामले में काफी पीछे रह जाते हैं। क्रिकेटरों की आय सिर्फ बीसीसीआई से मिलने वाले कॉन्ट्रैक्ट तक सीमित नहीं रहती, बल्कि ब्रांड एंडोर्समेंट और टीवी विज्ञापनों से भी वे बड़ी कमाई करते हैं। हालांकि अब हालात बदलने वाले हैं। अनुमान है कि नए कानून के बाद इन क्रिकेटरों की कमाई में भारी गिरावट आ सकती है।
ऑनलाइन गेमिंग बिल से बढ़ी परेशानीः
भारतीय संसद में हाल ही में ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 (Promotion and Regulation of Online Gaming Bill, 2025) पास हुआ है। इस कानून के तहत पैसों से खेले जाने वाले सभी ऑनलाइन गेम्स पर बैन लगाया गया है, जबकि ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को बढ़ावा देने का प्रावधान किया गया है। इस फैसले का असर खेल जगत, खासकर क्रिकेट पर काफी पड़ने जा रहा है।
ड्रीम 11 नहीं रहाः
बिल पास होने के कुछ ही दिनों में ड्रीम11 ने भारतीय क्रिकेट टीम का लीड स्पॉन्सर बनने से पीछे हटने का फैसला किया। इसका सीधा असर टीम इंडिया पर पड़ा है। उसने 2023 में तीन साल का अपना 358 करोड़ा का करार तोड़ दिया है। अगर 9 सितंबर से शुरू होने वाले एशिया कप से पहले बीसीसीआई को नया प्रायोजक नहीं मिला, तो भारतीय टीम को बिना मुख्य प्रायोजक के ही मैदान में उतरना होगा। इसके अलावा कई खिलाड़ी ऑनलाइन गेमिंग का प्रचार कर रहे थे, वो भी अब बंद हो जायेगा।
कौन-कौन से खिलाड़ी किस प्लेटफॉर्म से जुड़े थेः
सिर्फ बीसीसीआई ही नहीं, बल्कि देश के कई दिग्गज क्रिकेटरों के लिए भी यह बड़ा झटका है। उनके करोड़ों रुपये के विज्ञापन करार अब खतरे में हैं। अलग-अलग खिलाड़ियों पर इसका असर अलग स्तर का होगा। उदाहरण के तौर पर, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, ऋषभ पंत और हार्दिक-क्रुणाल पांड्या ड्रीम11 से जुड़े थे, जिन्हें 3-6 करोड़ रुपये मिलते थे। वहीं, शुभमन गिल, मोहम्मद सिराज, यशस्वी जायसवाल, रुतुराज गायकवाड़, रिंकू सिंह और सौरव गांगुली माय11 सर्कल के ब्रांड एंबेसडर थे। विराट कोहली एमपीएल का चेहरा थे, जबकि एमएस धोनी विनजो से जुड़े हुए थे।
किसको कितना होगा नुकसानः
सभी खिलाड़ियों को ब्रांड डील्स से बराबर रकम नहीं मिलती। क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, विराट कोहली का एंडोर्समेंट कॉन्ट्रैक्ट सालाना करीब 10 से 12 करोड़ रुपये का था। रोहित शर्मा और धोनी की डील 6 से 7 करोड़ रुपये की थी। वहीं, युवा या कम चर्चित खिलाड़ियों को लगभग 1 करोड़ रुपये तक ही मिलते थे। कुल मिलाकर, भारतीय खिलाड़ियों को इन डील्स के खत्म होने से हर साल लगभग 150 से 200 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है, क्योंकि नए कानून में पैसों से जुड़े खेलों के प्रचार और विज्ञापन को हर तरह के मीडिया में बैन कर दिया गया है।
कुछ खिलाड़ियों की आमदनी में इसका असर कम होगा, क्योंकि उनके पोर्टफोलियो में ऐसे गेमिंग ब्रांड्स का हिस्सा कम है। लेकिन, कुछ खिलाड़ियों को बड़ा झटका लगेगा। जैसे मोहम्मद सिराज, जो तीन ब्रांड्स से जुड़े थे, उनमें से एक माय11 सर्कल था। इसका सीधा असर यह होगा कि उनकी एंडोर्समेंट इनकम में लगभग एक-तिहाई (33%) की गिरावट आएगी। यही स्थिति वॉशिंगटन सुंदर के साथ भी देखने को मिलेगी।
बीसीसीआई को एक और नुकसान उठाना पड़ेगाः
बीसीसीआई को भी ड्रीम11 के अलावा और नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्रिकबज की रिपोर्ट बताती है कि माय11 सर्कल आईपीएल का एसोसिएट स्पॉन्सर है और हर साल बोर्ड को 125 करोड़ रुपये देता है। इसके अलावा आईपीएल फ्रेंचाइजियों कोलकाता नाइट राइडर्स, लखनऊ सुपर जायंट्स और सनराइजर्स हैदराबाद के भी गेमिंग कंपनियों के साथ विज्ञापन करार हैं, जो अब प्रभावित हो सकते हैं।
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