शिक्षा मंत्रालय का दावा- NEET पेपर सिर्फ कुछ लोगों तक सीमित रहा
नई दिल्ली, एजेंसियां। नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि पुलिस ने पेपर लीक की बात साबित तो कर दी, लेकिन यह केवल पटना, नालंदा और वैशाली तक ही सीमित रहा।
उच्च शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारी का कहना है कि NEET का मामला UGC-NET मामले से बिल्कुल अलग है।
UGC-NET का पेपर टेलीग्राम और डॉर्कनेट पर उपलब्ध था, जो इंटरनेट नेटवर्क से जुड़े हैं। जबकि, NEET का पेपर केवल सीमित लोगों के पास ही था।
लेकिन, यह भी एक गंभीर मामला है, इसलिए मामले की तह तक जाने के लिए CBI को मामला सौंपा गया है।
NEET-UG रीएग्जाम में आधे छात्र गायब
NEET-UG में ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 छात्रों के लिए रविवार (23 जून) को पांच राज्यों के 7 सेंटरों पर दोबारा परीक्षा हुई।
इसमें 813 ही छात्र शामिल हुए और 750 परीक्षा देने नहीं पहुंचे। 5 मई को हुई परीक्षा में हरियाणा के जिस झज्जर ने 6 टॉपर दिए थे, वहां 42% बच्चे री-नीट देने नहीं आए।
ग्रेस मार्क्स के कारण 1563 में 790 क्वालिफाई हो गए थे
ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 में 790 छात्र ऐसे हैं जो 5 मई की परीक्षा में ग्रेस मार्क्स मिलने के कारण क्वालिफाई हुए थे।
हालांकि, NTA ने अभी यह नहीं बताया है कि री-नीट न देने वालों में ऐसे कितने हैं, जो पिछली बार बिना ग्रेस मार्क्स के क्वालीफाई हुए थे।
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