रांची। झारखंड के युवाओं के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही 7 नई यूनिवर्सिटी खुलेगी। राज्य सरकार ने रांची में दिव्यांग यूनिवर्सिटी, गिरिडीह में जेसी बोस यूनिवर्सिटी के साथ-साथ साहिबगंज, देवघर, खूंटी, गुमला और जमशेदपुर में नई यूनिवर्सिटी खोलने का फैसला किया है।
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने इसपर काम शुरू कर दिया है। रांची में दिव्यांगजनों के लिए स्थापित होने वाला पूर्वी क्षेत्र का पहला दिव्यांग विश्वविद्यालय शारीरिक और मानसिक अक्षमता वाले युवाओं के लिए वरदान साबित होगा।
यूनिवर्सिटी में कुलपति की नियुक्ति के लिए सर्च कमेटी की बैठक हो चुकी है। जल्दी ही कुलपति के नाम की घोषणा की जा सकती है।
10 तकनीकी संस्थान खुलेंगे
पहली बार सरकार ने 10 नए तकनीकी शिक्षण संस्थान स्थापित करने का फैसला किया है। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इनमें पांच इंजीनियरिंग और पांच पॉलिटेक्निक कॉलेज शामिल हैं।
पांच नए इंजीनियरिंग कॉलेज गिरिडीह, साहिबगंज, जमशेदपुर, रांची और गुमला में बनेंगे। वहीं देवघर, बरही (हजारीबाग), पतरातू (रामगढ़), बुंडू (रांची) और जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम) में पॉलिटेक्निक कॉलेज खुलेंगे।
नए इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्निक कॉलेज खुलने से युवाओं को राज्य में बेहतर तकनीकी शिक्षा मिलेगी।
उन्हें राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। पैसे की भी बचत होगी। अभी झारखंड में एक मात्र सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज बीआईटी सिंदरी ही है।
झारखंड स्टेट फैकल्टी डेवलपमेंट एकेडमी बनेगी
राज्य में स्टार्टअप, आइडिया और रिसर्च के लिए झारखंड स्टेट फैकल्टी डेवलपमेंट एकेडमी (जेएसएफडीए) स्थापित की जाएगी। इसके लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है।
राज्य के यूनिवर्सिटी समेत उच्च शिक्षण संस्थानों में हो रहे रिसर्च से संबंधित सभी जानकारियां जेएसएफडीए में मिल जाएंगी।
इस संस्थान के माध्यम से बेहतर रिसर्च के लिए पुरस्कार योजना की शुरुआत होगी। इसके अलावा राज्य के विकास के लिए प्रासंगिक उभरते क्षेत्रों का प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी।
विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर शॉर्ट टाइम और लॉग टाइम लक्ष्यों को निर्धारित कर स्टार्टअप नीति और कार्य योजना तैयार की जाएगी।
दो माह में तैयार होगा पोर्टल, डीबीटी से मिलेगी स्कॉलरशिप
छात्राओं को तकनीक शिक्षा देने के लिए मानकी मुंडा स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया जा रहा है।
दो माह में पोर्टल तैयार हो जाएगा। इस योजना के तहत डिप्लोमा करने वाली छात्राओं को 15 हजार रुपए प्रतिवर्ष स्कॉलरशिप मिलेगी।
बीटेक कोर्स कर रही छात्राओं को प्रतिवर्ष 30 हजार रुपए दिए जाएंगे। फिलहाल शुरुआत के लिए झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के माध्यम से बीटेक के लिए 163 और डिप्लोमा के लिए 454 छात्राओं का चयन किया गया है।
ऑनलाइन पोर्टल बन जाने के बाद सितंबर 2024 तक चयनित छात्राओं को डीबीटी के माध्यम से स्कॉलरशिप राशि बैंक अकाउंट में भेज दी जाएगी।
योजना का लाभ उन्ही छात्राओं को मिलेगा, जिनके अभिभावक की वार्षिक आय आठ लाख रुपए से कम हो।
कोचिंग की व्यवस्था करेगी सरकार
सरकार मेडिकल, इंजीनियरिंग, फैशन डिजाइनिंग, फैशन टेक्नोलॉजी, होटल मैनेजमेंट, चार्टड एकाउंटेंट, आईसीडब्ल्यू और मास कम्युनिकेशन कोर्स में प्रवेश परीक्षा क्रैक करने के लिए छात्रों को निजी कोचिंग में तैयारी कराएगी।
चयनित स्टूडेंट्स को प्रतिमाह 2500 रुपए छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। योजना के लिए एचडीएफसी बैंक का चयन किया गया है।
आवेदन आमंत्रित करने के लिए पोर्टल तैयार किया जा रहा है। प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए निजी कोचिंग संस्थानों को शार्ट लिस्टेड कर लिया गया है।
उच्च एवं तकनीक शिक्षा विभाग के अनुसार दो माह में इच्छुक छात्रों से आवेदन आमंत्रित करने की प्रकिया शुरू कर दी जाएगी।
विज्ञान के क्षेत्र में हो रहा काम
झारखंड विज्ञान प्रावैधिकी और नवाचार परिषद ने विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए पांच योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।
रांची में 232.70 करोड़ रुपए से साइंस सिटी बनाई जाएगी। इसका डीपीआर तैयार हो रहा है। वहीं धनबाद में 41 करोड़ रुपए से साइंस सेंटर की स्थापना होगी।
इसका प्रस्ताव विभागीय मंत्री के पास है। वहीं नेतरहाट में स्ट्रो पार्क पांच करोड़ रुपए से बनेगा, जिसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है।
नेतरहाट में ही डिजिटल तारामंडल 7.95 करोड़ रुपए से स्थापित की जाएगी, जिसके लिए भूमि चिन्हित करने के बाद डीपीआर बनाया जा रहा है।
इन योजनाओं पर हो रहा काम
• मेडिकल व इंजीनियरिंग की फ्री कोचिंग के लिए आवेदन 2 माह मे
• निजी कोचिंग संस्थान शार्ट लिस्टेड
• मानकी मुंडा स्कॉलरशिप
• रांची में साइंस सिटी व नेतरहाट में डिजिटल तारामंडल बनेगा
• साइंस की 5 योजनाओं पर काम शुरू
• पहली बार झारखंड में खुलेंगे 10 तकनीकी संस्थान
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