Workers kidnapped: परिजनों से मांगी गई थी 2 लाख रुपए की फिरौती
जामताड़ा। झारखंड के जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के छह मजदूर तमिलनाडु से सकुशल अपने घर लौट आए हैं। इन मजदूरों को काम दिलाने का झांसा देकर अपहरणकर्ताओं ने अगवा कर लिया था और उनके परिजनों से फिरौती की मांग की थी। इस पूरे मामले में झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मजदूरों को छुड़ाने में अहम भूमिका निभाई।
अपहरण का शिकार हुए मजदूरों में इरफान अंसारी, जहिर अंसारी, अरबाज अंसारी, किस्मत अंसारी, इरशाद अंसारी और उल्फत अंसारी शामिल हैं। ये सभी नारायणपुर के निवासी हैं।
रोजगार के लिए गये थे तमिलनाडूः
बेहतर रोजगार की तलाश में ये सभी कुछ दिन पहले तमिलनाडु के सेलम जिले पहुंचे थे। लेकिन, वहां पहुंचते ही इन्हें धोखे से अगवा कर एक कमरे में बंद कर दिया गया।
मजदूरों के परिजनों से मांगी गई थी फिरौतीः
मजदूरों ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उन्हें धमकाया और उनके परिजनों से पैसे मंगवाने का दबाव डाला। अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई। अपहरणकर्ताओं ने परिजनों से कुल दो लाख दस हजार रुपए की फिरौती मांगी थी। डर के मारे मजदूरों के परिवारों ने 1.25 लाख रुपए की व्यवस्था की। इसमें से 89 हजार रुपए मजदूरों ने अपहरणकर्ताओं को सौंप भी दिए।
मंत्री इरफान अंसारी ने की पहलः
मामले की सूचना मिलते ही मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने पहल की। इसके बाद तमिलनाडु पुलिस को मजदूरों की लोकेशन मिली और उन्होंने तत्परता से कार्रवाई करते हुए सात अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। सभी मजदूरों को कोर्ट में पेश किया गया। मजिस्ट्रेट के आदेश पर मजदूरों को 70 हजार रुपए की राशि भी वापस कर दी गई।
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