घटना पर राजनीति, वार-पलटवार शुरू
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के गार्डेनरीच में ऊंची इमारत ढहने से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है।
मृतकों में शमा बेगम (44), हसीना खातून (55), रिजवान आलम (22) और अकबर अली (34) शामिल हैं। इनमें शमा और हसीना दो बहनें हैं।
उन्हें मलबे से बचाया गया और स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया बाद में एसएसकेएम ने रिजवान और अकबर को मृत घोषित कर दिया।
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मैं पश्चिम बंगाल के गृह सचिव और कोलकाता के पुलिस आयुक्त से पश्चिम बंगाल राज्य आपदा प्रबंधन दल के साथ मिलकर तत्काल बचाव व राहत अभियान चलाने का अनुरोध करता हूं।
उन्होंने कहा कि मुझे संभावित हताहतों के बारे में परेशान करने वाली कॉल आ रही हैं। कृपया ऐसे किसी भी दल को भेजिए जो पीड़ितों को बचाने में मदद कर सके। चाहे दमकल कर्मी हों, पुलिस हो या कोई अन्य दल।
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम पर पलटवार करते हुए कहा कि गार्डेनरीच इलाका कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम का किला है।
वह शहरी विकास मंत्री हैं। वह क्षेत्र के विधायक हैं। इसलिए, उनकी नाक के नीचे नगरपालिका की मंजूरी के बिना अवैध निर्माण किया जा रहा है और फिरहाद को इसकी खबर नहीं है।
उन्होंने गार्डनरीच घटना के बारे में चार सवाल उठाए। इनमें से एक भूमिका नगर मंत्री फिरहाद की है। शुभेंदु अधिकारी ने संबंधित वार्ड के पार्षद के खिलाफ कई शिकायत की हैं।
उन सभी आरोपों पर तृणमूल के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता शांतनु सेन ने पलटवार किया। उनके मुताबिक, मुख्यमंत्री ने खुद घटनास्थल का दौरा किया और मदद का आश्वासन दिया है।
इसलिए शुभेंदु को इस बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है।
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