रांची : 5जी स्पीड ही नहीं बल्कि जीवनशैली को भी बदल देगा। इसका समाज और जीवनशैली पर पड़नेवाला असर बहुआयामी है। सोमवार को ये बातें एसएस मेमोरियल कॉलेज के बीबीए विभाग के शिक्षक डॉ तनुज खत्री ने कहीं। वे कॉलेज के बीबीए विभाग की ओर से आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे। कार्यशाला का विषय 5 जी टेक्नोलॉजी और परिवर्तन था। तनुज ने कहा कि साउथ कोरिया, अमेरिका, कनाडा और चीन जैसे देशों में 5 जी की सुविधा पहले से है और अब भारत में भी इसकी शुरुआत हो चुकी है। जल्द ही पूरे देश में 5जी सेवाओं का विस्तार हो जायेगा। ऐसे में मैनेजमेंट के छात्रों के लिए ये जानना जरूरी है कि 5जी आने के बाद विभिन सेक्टरों में क्या क्या बदलाव होगा।
स्पीड तेज हो जायेगी
उन्होंने कहा कि अभी 4जी में जिस स्पीड का अनुभव हम कर रहे हैं। 5 जी आने के बाद उसमें अप्रत्याशित वृद्धि होगी। 4जी की अधिकतम स्पीड 1 जीबी प्रति सेकंड है वहीं 5 जी की शुरुआती स्पीड 20 जीबी प्रति सेकंड होगी और न सिर्फ स्पीड बल्कि इसकी विलंबता भी 1 मिली सेकंड होगा जो अभी 50 मिली सेकंड है। इसका नतीजा ये होगा कि गूगल पर कुछ भी सर्च करते ही पलक झपकने से पहले रिजल्ट्स दिख जायेगा ।
डॉ० तनुज ने बताया कि समाज के विभिन्न क्षेत्र 5 जी आने के बाद प्रभावित होंगे। 5जी आने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन आयेंगे और वर्चुअल रियलिटी डिवाइस के साथ अब क्लास रूम घर बैठे आंखों के सामने होगा। इससे छात्र और शिक्षक दोनों के लिए समझाना और समझना आसान हो जायेगा। इसका इस्तेमाल छात्रों को ट्रेनिंग देने के लिए किया जायेगा।
डॉक्टर कर सकेंगे रिमोट सर्जरी
मेडिकल के छात्र इस तकनीक की मदद से वर्चुअल ऑपेरशन कर सकेंगे। इसकी मदद से लगभग हर विषय रोचक हो जायेगा। ऑनलाइन क्लास भी बिना रुके और भी ज्यादा रियल टाइम हो जाएंगे इससे नॉलेज एक्सचेंज प्रोग्राम को बढ़ावा मिलेगा। 5जी सर्विस शुरू होने के बाद टेली मेडिसीन जैसी सुविधा मिलने लगेगी। इससे विदेशों में बैठे डॉक्टर तकनीक के जरिये सर्जरी तक कर सकेंगे।
ड्रोन से आएगा घर मे खाना और अखबार
डॉ तनुज ने कहा कि ये अभी सुनने में अजीब लग सकता है पर 5जी की हाई स्पीड और एक्यूरेसी की वजह से ड्रोन के माध्यम से खाने-पीने के समान भेजे जायेंगे। बड़ी डिलीवरी कंपनियां इसका इस्तेमाल करेंगी। आज भी जीपीएस सिस्टम के माध्यम से हम देख सकते हैं कि हमारा आर्डर किया गया खाना कितनी दूर है। 5जी आने बाद इसमें रियल टाइम सुधार होंगे। तेज़ इंटरनेट स्पीड की वजह से रेस्टुरेंट आने कस्टमर को लाइव किचन की सुविधा दे सकेंगे जिसमे कंज़्यूमर घर बैठे अपने ऑर्डरर की गए खाने को बनता देख सकेगा।
ड्रोन की मदद से खाना दवाई कस्टमर के आंगन तक पहुंचायी जाएगी। समाज के कई अन्य क्षेत्रों में भी इस तकनीक से बदलाव दिखेगा। कार्यशाला में बीबीए सत्र 2022-2025 के दीप्ति रानी,पल्लवी चौबे, साक्षी चौधरी, आदर्श कुमार, शिवांश कुमार, राज कुमारी कच्छप, रिया कुमारी, प्रिंस कुमार, अमन, रितेश, गुलफान, शाहनवाज़, फरदीन तुषार, जय प्रकाश तथा अन्य विद्यार्थी मौजूद थे।