कोलकाता, एजेंसियां। पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर के सुल्तानपुर मछली बंदरगाह से समुद्र में मछली पकड़ने गये 49 मछुआरे तीन ट्रॉलरों के साथ लापता हो गये हैं।
प्रशासन की ओर से हेलीकॉप्टर द्वारा मछुआरों की तलाश की जा रही है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
मछुआरों के परिवार वाले चिन्तित होकर प्रशासन से जल्द से जल्द जानकारी देने की मांग कर रहे हैं।
मछुआरों के परिजनों के अनुसार पिछले मंगलवार को सुल्तानपुर मछली बंदरगाह से एक दल गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए निकला था और उन्हें रविवार तक लौटना था।
बाकी मछुआरे लौट आये, लेकिन इन तीन ट्रॉलरों में सवार 49 मछुआरों का कोई पता नहीं चल पाया।
पहले नाव और ट्रॉलरों से तलाशी अभियान शुरू किया गया था लेकिन सोमवार को प्रशासन ने हवाई मार्ग से तलाशी के लिए हेलीकॉप्टर भेजा।
तीन ट्रॉलरों के इंजन खराब हो गये थे
मछुआरों के मुताबिक ‘मा रिया’ और ‘श्री हरि’ नाम के दो ट्रॉलरों सहित कुल तीन ट्रॉलरों के इंजन खराब हो गये थे, जिससे ट्रॉलरों के प्रोपेलर भी काम करना बंद कर दिये।
अन्य मछुआरों ने इन ट्रॉलरों को खींचकर वापस लाने की कोशिश की, लेकिन तेज समुद्री धाराओं के कारण वे सफल नहीं हो सके।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि खराब मौसम के कारण मछुआरे गहरे समुद्र से किनारे की ओर लौट रहे थे।
लेकिन, इस दौरान कई ट्रॉलरों की वायरलेस मशीन खराब हो गयी, जिससे सम्पर्क करना मुश्किल हो गया। इस मामले की सूचना तटरक्षक बल को दी गयी है।
मछुआरों के परिजन गहरी चिन्ता मे
मछुआरों के परिजन गहरी चिन्ता में हैं, क्योंकि उन्हें अब तक अपने प्रियजनों की कोई जानकारी नहीं मिली है।
सोमवार सुबह से ही कई परिवार सुल्तानपुर मछली बंदरगाह पर एकत्रित हैं और वे प्रशासन से सही जानकारी देने की गुहार लगा रहे हैं।
कई परिवारों ने कहा कि उनके पति और भाई उन ट्रॉलरों में सवार थे और अब तक उनकी स्थिति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
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