दुबई, एजेंसियां: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और भारत ने सोमवार को 4 खास समझौतों पर साइन हुआ है। ये समझौते भारत और UAE के द्विपक्षीय संबंधों को एक नई ऊंचाई देंगे।
इन समझौतों में कच्चे तेल के स्टोरेज, लंबे समय तक LNG सप्लाई, न्यूक्लियर एनर्जी के क्षेत्रों में दोनों देशों की पार्टनरशिप शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ लंबी चर्चा की, ये चर्चा दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित रही।
भारत के साथ UAE ने 2022 में CEPA (Comprehensive Economic Partnership Agreement) साइन किया था, जिसका मकसद दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब डॉलर करना था।
मुख्य 4 समझौते
- अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बीच डील
- ADNOC और इंडिया स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड के बीच डील
- बराकाह न्यूक्लियर प्लांट के संबंध में एमिरेट्स न्यूक्लियर के साथ समझौता
- गुजरात सरकार और अबू धाबी स्थित PJSC कंपनी के बीच फूड पार्क के विकास के लिए समझौता
LNG आपूर्ति और न्यूक्लियर एनर्जी में पार्टनरशिप
चार समझौतों में से एक अहम समझौता अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) और भारतीय ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) के बीच हुआ है।
इसके तहत LNG की लंबे समय तक होने वाली अपूर्ति को हर साल एक मिलियन मैट्रिक टन तक बढ़ाया जाएगा।
तो वहीं, इसके साथ ही ADNOC और इंडिया स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (ISPRL) के बीच क्रूड ऑयल स्टोरेज को लेकर हुआ है, इसके तहत भारत में क्रूड ऑयल स्टोरेज को बढ़ाया जाएगा और पहले से मौजूद स्टोरेज फैसिलिटी के नवीनीकरण करेगा।
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