रांची। राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में 1700 सीसीटीवी कैमरा लगाये जायेंगे।
इनके जरिए दलालों और कर्मचारियों पर भी नजर रखी जायेगी। कैमरों की खरीदारी भी शुरू कर दी गई है।
कहा जा रहा है कि यह कैमरे इसलिए लगवाए जा रहे हैं क्योंकि मैनेजमेंट को इस बात का शक है कि वार्ड से सर्जिकल सामान गायब हो रहे हैं।
साथ ही दवाएं भी चोरी कर ली जा रही है। इसमें रिम्स के कुछ स्टाफ के शामिल होने का भी संदेह है।
इसलिए सीसीटीवी कैमरों के जरिए अस्पताल परिसर हर स्टाफ के गतिविधियों में नजर रखी जाएगी। इन कैमरों को वार्ड और उसके स्टोर रूम से जोड़ा जायेगा।
सीसीटीवी फुटेज के जरिये अस्पताल परिसर की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए अलग से कर्मचारियों की नियुक्ति की जायेगी।
कैमरे के जरिये प्रबंधन रिम्स परिसर में भ्रमण करने वाले दलालों पर भी नजर रखेगा, ताकि उन्हें पकड़ा जा सके।
बता दें कि रिम्स में दलालों द्वारा ग्रामीण इलाके से इलाज कराने आने वाले भोले-भाले मरीजों को अक्सर ठगा जाता है।
इसके लिए ओपीडी ब्लॉक, जांच घर और ब्लड बैंक के पास भी सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ायी जायेगी।
वहीं, हॉस्टल परिसर में भी सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे, ताकि विद्यार्थियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।
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