पैसे देकर खाली OMR शीट में चढ़वाये थे नंबर
धनबाद। बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में 16 कर्मचारी परीक्षा घोटाले को अंजाम देकर अफसर बन गए हैं।
कर्मियों की प्रोन्नति केलिए आयोजित विभागीय परीक्षा की जिम्मेवारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की मिनी कंपनी ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड (बीईसीआईएल) को सौंपी गई थी।
इस कंपनी के अधिकारियों की मिलीभगत से अभ्यर्थी कर्मचारियों ने खाली छोड़ी गई ओएमआर शीट पर मनमाफिक नंबर चढ़वाए।
फिर जारी हुए रिजल्ट में चिह्नित अभ्यर्थी कर्मी शानदार अंकों से उत्तीर्ण घोषित हुए, जिसके आधार पर वे जूनियर से एक्जीक्यूटिव ग्रेड में प्रोन्नत हो गए।
बाद में परीक्षा में हुई गड़बड़ी की आरंभिक सूचना पर इस्पात मंत्रालय ने आंतरिक विजिलेंस जांच कराई।
जांच में मिली गड़बड़ियां
जांच में परीक्षा में गड़बड़ी, अयोग्य कर्मियों की प्रोन्नति और गोरखधंधे में बीईसीआईएल की स्पष्ट संलिप्तता उजागर हुई।
इसके बाद इस्पात मंत्रालय के डायरेक्टर (विजिलेंस) नीरज अग्रवाल ने इस मामले में सीबीआई डायरेक्टर को पत्र लिखकर विस्तृत जांच व कार्रवाई का आग्रह किया।
डायरेक्टर के निर्देश पर धनबाद सीबीआई ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करते हुए बीएसएल के 16 नामजद प्रोन्नत अधिकारी और बीईसीआईएल के अज्ञात अफसरों को आरोपी बनाया है।
इन पर प्राथमिकी दर्ज..
सीबीआई ने बीएसएल के बलजीत सिंह, बलराम कुमार, कुमार सौरभ, मिसबाहुद्दीन अंसारी, सरोज कुमार, अंबरापु रामानम्मा, रमेश प्रसाद राय, वजय कुमार, बलवंत कुमार, सुलेमान अंसारी, ज्योति कुमारी, राजेश कुमार लकड़ा, सत्येंद्र नाथ पाठक, विजय कुमार, सीओएल के मनोज कुमार और स्टील रिफेक्ट्री यूनिट के ओमशंकर सिंह समेत ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट इंडिया के अज्ञात अधिकारी को आरोपी बनाया है।
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