डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स और प्रोटोकॉल बने
नई दिल्ली, एजेंसियां। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की लेडी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।
कोर्ट ने प बंगाल की ममता सरकार की नाकामियों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में आंदोलित डॉक्टरों से अपील की है कि वे काम पर लौट आयें।
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने कहा कि ये किसी एक राज्य या स्थान का मामला नहीं है, बल्कि पूरे देश का मामला है। कहा कि मेडिकल कर्मियों की सुरक्षा के लिए हम हैं, आपको काम पर लौट आना चाहिये।
इस वजह से कोर्ट ने जताई नाराजगी
सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता की तस्वीरें और नाम को सार्वजनिक करने पर नाराजगी जाहिर की। कोर्ट ने कहा, ये सिर्फ कोलकाता का नहीं, पूरे देश के डॉक्टर्स की सुरक्षा का मामला है।
इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिये। डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रीय प्रोटोकॉल विकसित करना होगा। देश एक और हत्या-रेप मामले का इंतजार नहीं कर सकता।
सुप्रीम कोर्ट की 10 अहम बाते
1- समय पर FIR दर्ज क्यों नहीं की गई?
2- शव माता-पिता को देर से क्यों सौंपा गया ?
3- घटना के बाद प्रिंसिपल संदीप घोष क्या कर रहे थे?
4- क्राइम सीन को प्रोटेक्ट क्यों नहीं किया गया?
5- कॉलेज में जब भीड़ घुसी, तब पुलिस क्या कर रही थी?
6- डॉक्टर्स की सुरक्षा व्यवस्था के लिए नेशनल टास्क फोर्स का गठन हो
7- CBI गुरुवार तक जांच की स्टेटस रिपोर्ट दें
8- प्रिंसिपल ने इसे आत्महत्या का मामला बताने की कोशिश क्यों की
9- हमें डॉक्टरों, खासकर महिला डॉक्टर और युवा डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर चिंता है
10- डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए हम यहां हैं, इसे हम हाईकोर्ट पर नहीं छोड़ेंगे
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