भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है। इन योजनाओं का उद्देश्य न केवल रोगों का उपचार करना है, बल्कि लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना भी है।
1.आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत योजना , जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भी कहा जाता है, इस योजना का उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा देना है। इस योजना के तहत अब 10 करोड़ से अधिक परिवारों को स्वास्थ्य बीमा दिया गया है। सरकार ने इस योजना का दायरा बढ़ाया है ताकि और अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोग।
2. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission)
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को और बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना, अस्पतालों को मजबूत करना और महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। इसके तहत, स्वास्थ्य केंद्रों को नए उपकरणों से भरा जा रहा है और डॉक्टरों एवं नर्सों को पूर्ण रुप प्रशिक्षित किया जा रहा है।
3. डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं का डिजिटलीकरण तेजी से बढ़ रहा है। मंत्रालय ने स्वास्थ्य सेवाओं को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाने की योजना बनाई है, जिससे मरीज घर बैठे डॉक्टर से सलाह ले सकेंगे। इसके साथ ही, मरीजों के इलाज से जुड़ी सभी जानकारी अब डिजिटल रूप में उपलब्ध होगी, जिससे इलाज में आसानी होगी और मरीजों को जल्दी राहत मिलेगी।
4. स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता अभियान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कई नए अभियान शुरू किए हैं। इन अभियानों का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। इसके अलावा, सरकार लोगों को साफ-सफाई, नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक कर रही है।
5. टीकाकरण अभियान में तेजी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकाकरण अभियान को और तेज करने का फैसला किया है। कोरोना महामारी के बाद, सरकार ने अन्य रोगों के खिलाफ भी टीकाकरण बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। अब हर बच्चे को समय पर टीका लगाया जा रहा है, ताकि वह बीमारियों से सुरक्षित रह सके।
6. मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी नई पहल की है। मानसिक बीमारियों के इलाज के लिएकई कार्यक्रमों की शुरुआत की गई है। इसके तहत, मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को गंभीरता से लिया जाएगा और लोगों को इलाज के लिए उपयुक्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
7. राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम
राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कैंसर के मामलों में वृद्धि को रोकना और मरीजों को उचित उपचार एवं देखभाल उपलब्ध कराना है। यह कार्यक्रम कैंसर की रोकथाम, निदान, उपचार, और पुनर्वास पर केंद्रित है। साथ ही, यह कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी कार्य करता है, ताकि लोग इस बीमारी के लक्षणों और उपायों के बारे में जान सकें।
8. राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (NACP) भारत में HIV/एड्स के खिलाफ एक महत्वपूर्ण पहल है, जो संक्रमित व्यक्तियों को सही उपचार देने, संक्रमण को फैलने से रोकने, और समाज में जागरूकता फैलाने पर केंद्रित है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सरकार और विभिन्न संगठनों के प्रयासों से HIV/एड्स पर नियंत्रण पाने में सफलता मिल रही है। हालांकि, अभी भी और प्रयासों की आवश्यकता है, ताकि HIV के प्रसार को पूरी तरह से रोका जा सके और संक्रमित व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाया जा सके।
9. जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम
जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (JSSK) भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम है, जिसका मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त में प्रदान करना, नवजात शिशुओं की सुरक्षित देखभाल और इलाज, गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल में भर्ती और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना, मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।
10. टीवी नियंत्रण कार्यक्रम
भारत में TV एक बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है और इसे नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार ने राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) की शुरुआत की है, जो टीबी केफैलाव को रोकने और इसके इलाज के लिए व्यापक कदम उठा रहा है।
इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य देश में स्वास्थ्य सेवाओं को हर स्तर पर सुधारना और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। सरकार का मानना है कि इन कदमों से देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएगा और हर भारतीय को एक स्वस्थ जीवन जीने का मौका मिलेगा।
इसे भी पढ़ें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने BHU और शिक्षा मंत्रालय के साथ त्रिपक्षीय MoU साइन किए