रांची। झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू हो गया है। विपक्ष ने अब तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं किया है। विपक्षी दलों ने बजट सत्र को लेकर विधायक दल की बैठक की है। इसमें बजट सत्र की रणनीति तैयार की गई। पर नेता प्रतिपक्ष का चयन भी इस बैठक में नहीं हो सका। बजट सत्र के दौरान सदन में जैक पेपर लीक और जैक अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बनी है।
राजद ने बुलाई विधायक दल की बैठकः
बजट सत्र से पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक की है। राजद विधायक दल के नेता सुरेश पासवान ने बैठक की अध्यक्षता की। राजद महागठबंधन सरकार का घटक दल है।
सर्वदलीय बैठक में भी नहीं आये भाजपा विधायकः
बजट सत्र से पहले विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने अपने कार्यालय में सर्वदलीय बैठक बुलायी थी। बैठक में भाजपा के वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह को बुलाया गया, लेकिन मुख्य विपक्षी दल की ओर से कोई भी सदस्य इस बैठक में शामिल नहीं हुआ। विधायक देवेंद्र कुंवर सरकारी आवास के मुद्दे पर स्पीकर से मिलने पहुंचे और बैठक में शामिल हुए। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी कि वे गलती से बैठक में चले गये थे।
3 मार्च 2025 को बजट पेश करेगी सरकारः
सर्वदलीय बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि बजट पर एक दिन की जगह 2 दिन तक डिबेट हो। अनुदान मांगों पर 11 दिन की बजाए 10 दिन बहस होगी। झारखंड सरकार 3 मार्च 2025 को सदन में बजट पेश करेगी। 4 और 5 मार्च को बजट पर बहस होगी।
नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष दोनों जरूरी – स्पीकर
विपक्ष की अनुपस्थिति पर विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष दोनों ही जरूरी हैं। उन्होंने सदन के संचालन में विपक्ष के सहयोग की अपील की है। स्पीकर ने कहा कि बिना नेता प्रतिपक्ष सदन चलाना एक पहिये से गाड़ी चलाने के सामान है।
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