Wednesday, October 22, 2025

झारखंड CAG रिपोर्ट में कई गड़बड़ियां उजागर [Many irregularities exposed in Jharkhand CAG report]

- Advertisement -

रांची। झारखंड विधानसभा के पटल पर CAG रिपोर्ट रख दी गई है। इसमें कई तरह की गड़बड़ियां उजागर हुई हैं। महालेखाकार परीक्षक की रिपोर्ट में उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिए जाने पर विभागों में अनियमितता की आशंका जाहिर की गई है।

वित्तीय लेखे पर टिप्पणी में लिखा गया है कि वर्ष 2023-24 के दौरान विभागों द्वारा सहायक अनुदान के तौर पर दी गई 19125.88 करोड़ की राशि के विरुद्ध 5209 उपयोगिता प्रमाण पत्र राज्य सरकार के निकायों व प्राधिकारों के द्वारा जमा नहीं कराए गए।

राशि व्यय से संबंधित कोई जानकारी नहीः

CAG की रिपोर्ट में आपत्ति दर्ज करायी गई है कि इस राशि का व्यय किस प्रयोजन में किया गया, इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं दी गई। इसके अलावा रिपोर्ट में जिक्र है कि 42158 उपयोगिता प्रमाण पत्रों से संबंधित 114035.62 करोड़ की राशि जारी हुई थी, इसके उपयोगिता प्रमाण पत्र भी 31 मार्च 2024 तक बकाया थे।

रिपोर्ट में जिक्र है कि उपयोगिता प्रमाण पत्र का अधिक संख्या में लंबित रहना निधि के गलत उपयोग व अनियमितता की आशंका को बढ़ाता है।

आकस्मिक विपत्र निकासी में भी गड़बड़ी के संकेतः

CAG ने टिप्पणी की है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान राज्य के आठ विभागों ने 30 संक्षिप्त आकस्मिक विपत्रों के विरुद्ध सरकारी खातों से 26.22 करोड़ की निकासी की। रिपोर्ट में जिक्र है कि सिर्फ मार्च 2024 में ही नौ संक्षिप्त आकस्मिक विपत्र से 13.32 करोड़ की निकासी की गई।

निकाली गई राशि में 21.54 करोड़ राशि से जुड़े 25 आकस्मिक विपत्र वित्तिय वर्ष के अंत तक नहीं सौंपे गए थे। रिपोर्ट के अनुसार 18011 संक्षिप्त आकस्मिक विपत्र जमा नहीं किए गए, जिसके जरिए कुल 4891.72 करोड़ की राशि की निकासी हुई।

4536.39 करोड़ का गलत बजटीय प्रावधान किया गयाः

4536.39 करोड़ का गलत बजटीय प्रावधान रिपोर्ट में जिक्र है कि वर्ष 2023-24 के दौरान झारखंड सरकार के द्वारा राजस्व अनुभाग के स्थान पर पूंजीगत अनुभाग के अंतर्गत 4536.39 करोड़ का गलत बजटीय प्रावधान किया गया एवं व्यय दर्ज किया गया। इसे व्यय के उदेश्य से अवधारित किया गया।

राजस्व, पूंजीगत व्यय को 4536.39 करोड़ से कम/अधिक बताया गया। इस राशि में से 4433.60 करोड़ पूंजी परिसंपत्ति के सृजन के लिए अनुदान, 36.27 करोड़ छात्रवृत्ति, नकद राहत, 50 करोड़ सहायता अनुदान तथा 16.52 करोड़ रखरखाव व मरम्मति से संबंधित हैं।

दवाओं और उपकरणों की खरीद पर महज इतने ही हुए खर्चः

CAG ने पाया है कि उपलब्ध धनराशि 1395.67 करोड़ के विरुद्ध जेएमएचआईडीपीसीएल ने दवाओं और उपकरणों की खरीद पर 2016-22 के दौरान केवल 279.39 करोड़ का उपयोग किया यानी दवा व उपकरण की खरीद पर उपलब्ध राशि का महज 20 प्रतिशत ही खर्च हुआ। शेष राशि या तो वापस कर दी गई या लेजर खातों में पड़ी रही।

खाली रहे डॉक्टरों के 61 फीसदी पदः

CAG ने पाया कि है मार्च 2022 तक राज्य में चिकित्सा अधिकारियों और विशेषज्ञों के 3,634 स्वीकृत पदों के मुकाबले 2,210 पद खाली थे, जो कुल पदों का लगभग 61 प्रतिशत है। दवा-उपकरण की खरीद पर महज 20 ही खर्च हुआ।

इसके अलावा, स्टाफ नर्सों के स्वीकृत पदों 5,872 के मुकाबले 3,033 पद और पैरामेडिक्स के स्वीकृत पदों 1,080 के मुकाबले 864 पद खाली थे। जिलों को सैंपलिंग की प्राथमिक इकाई माना गया और 24 जिलों में से छह जिलों धनबाद, दुमका, गुमला, गढ़वा, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा को विस्तृत जांच के लिए चुना गया।

अस्पतालों में स्टाफ की कमीः

छह में से दो मेडिकल कॉलेज, दो आयुष शैक्षणिक संस्थान, 23 जिला अस्पतालों में से पांच, 188 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 14, 330 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 13, 1,755 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों में से 25, 11 निजी अस्पताल और छह जिला संयुक्त आयुष औषधालयों को प्रदर्शन ऑडिट के लिए चुना गया। ऑडिट जांच में जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा अधिकारियों, विशेषज्ञों, स्टाफ नर्सों और पैरामेडिक्स की कमी सामने आई।

चिकित्सा विशेषज्ञों, स्टाफ नर्सों व पारामेडिक्स की कमी क्रमश: 21 से 80 प्रतिशत, 14 से 76 प्रतिशत व 50 से 100 प्रतिशत रही। जिन जिलों के अस्पतालों को सैंपल के तौर पर चुना गया, वहां पाया गया कि कहीं भी ओपीडी की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी। वहीं जिला, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अंत: रोगी सेवा विशेषकर ईएनटी, मनोचिकित्सा, हड्डी रोग, सीएचसी में शिशु रोग, समान्य सर्जरी और पीएचसी में समान्य मेडिसीन आईपीडी सेवा भी उपलब्ध नहीं थी। CAG रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल कॉलेजों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भारी कमी का भी पता चला है।

मेडिकल कॉलेज में भी 45 फीसदी पद खालीः

छह मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के स्वीकृत 641 पदों के मुकाबले जुलाई 2022 तक 286 पद (45 प्रतिशत) खाली थे। रिपोर्ट में राज्य सरकार को सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में चिकित्सा अधिकारियों, विशेषज्ञों, स्टाफ नर्सों और पैरामेडिक्स की कमी को दूर करने और एमसीआई कार्य समूहों की सभी सिफारिशों को लागू करने का सुझाव दिया गया है, ताकि शिक्षण कर्मचारियों की कमी को कम किया जा सके।

जांच में आउट और इन-पेशेंट सेवाओं, डायग्नोस्टिक, प्रसूति, मोबाइल मेडिकल और अन्य संबंधित सेवाओं की डिलीवरी में अंतराल भी पाया गया। रिपोर्ट में 2020-21 और 2021-22 के दौरान नमूना जांचे गए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में 65 प्रतिशत से 95 प्रतिशत तक आवश्यक दवाओं की कमी का भी पता चला।

मोबिलिटी सेवाओं की स्थिति कैग ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि मार्च 2022 तक उपलब्ध 22 मोबाइल मेडिकल इकाई में से केवल 11 ही सक्रिय थे। एएनसी और शिशु टीकाकरण प्रदान करने के लिए एमएमयू में महिला चिकित्सक और रेडियोग्राफर उपलब्ध नहीं थे। एमएमयू में 19 से 33 प्रतिशत आवश्यक सामग्री कम थे।

दवा और उपकरणों की खरीद की स्थिति भी ठीक नहीः

CAG ने पाया है कि उपलब्ध धनराशि 1395.67 करोड़ के विरुद्ध जेएमएचआईडीपीसीएल ने दवाओं और उपकरणों की खरीद पर 2016-22 के दौरान केवल 279.39 करोड़ का उपयोग किया यानी दवा व उपकरण की खरीद पर उपलब्ध राशि का महज 20 प्रतिशत ही खर्च हुआ।

शेष राशि या तो वापस कर दी गई या लेजर खातों में पड़ी रही। सरकार की एजेंसी ने 77 से 88 प्रतिशत तक दवाएं नहीं खरीदीं। जिस कारण सैंपल जांच केंद्रों में दवा की कमी 66-94 प्रतिशत तक रही। यहां तक की ओटी में भी उपकरणों की कमी 48-67 प्रतिशत तक रही।

इसे भी पढ़ें

CAG रिपोर्ट में खुलासा : झारखंड में कोविड फंड खर्च नहीं

WhatsApp Group Join Now

Hot this week

Important Events: 14 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएं [Important events of July 14]

Important Events: 1223 – फिलिप द्वितीय की मृत्यु के...

Chhath festival: हजारीबाग में छठ महापर्व से पहले तालाबों की सफाई अभियान शुरू, DC और SP ने लिया जायजा

Chhath festival: हजारीबाग। छठ महापर्व की तैयारियों के तहत हजारीबाग जिला प्रशासन ने बुधवार को इंद्रपुरी चौक स्थित छठ तालाब परिसर में व्यापक सफाई...

Heavy rains: तमिलनाडु में भारी बारिश, 5 जिलों में स्कूल बंद, चेन्नई के मरीना बीच पर तूफान का खतरा...

Heavy rains: चेन्नई, एजेंसियां। देश के दक्षिण राज्यों में उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण बीते 2 दिन से तेज बारिश हो रही है। तमिलनाडु में...

Stock Market: दिवाली मंथ में सेंसेक्स 4100 अंक उछला, विदेशी निवेशकों की वापसी से बाजार में तेजी

Stock Market: नई दिल्ली, एजेंसियां। अक्टूबर महीने में शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। बीते महीने सेंसेक्स 4,159 अंक यानी लगभग 5%...

Asia Cup Trophy Controversy: BCCI ने ट्रॉफी के लिए नकवी को ई-मेल भेजा, ACC चीफ का जवाब-ऑफिस आकर ट्रॉफी...

Asia Cup Trophy Controversy: दुबई, एजेंसियां। BCCI ने एशिया कप ट्रॉफी जल्द से जल्द भारत को सौंपने के लिए एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के चीफ...

Rawalpindi Test: रावलपिंडी टेस्ट में साउथ अफ्रीका 148 रन से पीछे, स्टब्स-जॉर्जी की हाफ सेंचुरी; पाकिस्तान ने पहली पारी...

Rawalpindi Test: रावलपिंडी, एजेंसियां। रावलपिंडी टेस्ट के दूसरे दिन साउथ अफ्रीका ने 4 विकेट खोकर 185 रन बना लिए हैं। टीम अभी भी पाकिस्तान के...

Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल

Neeraj Chopra: नई दिल्ली,एजेंसियां। भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल...

Women’s ODI World Cup: पाकिस्तान विमेंस वनडे वर्ल्ड कप से बाहर, साउथ अफ्रीका ने 150 रन से हराया, अब...

Women's ODI World Cup: कोलंबो, एजेंसियां। पाकिस्तान की टीम विमेंस वनडे वर्ल्ड कप से बाहर हो गई है। टीम को साउथ अफ्रीका के सामने...

Diwali economy boost: इस दिवाली, चीनी प्रोडक्ट कम बिके, 87% लोगों ने स्वदेशी सामान खरीदा दिवाली पर ₹6.05 लाख...

Diwali economy boost: नई दिल्ली, एजेंसियां। इस बार दिवाली फेस्टिव ट्रेड 25% बढ़कर 6.05 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया। इसमें से 5.40 लाख करोड़...
spot_img

Related Articles

Popular Categories