Jammu and Kashmir:
श्रीनगर ,एजेंसियां। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में दूषित पानी से गंभीर स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो गया है, जहां गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Gastroenteritis) और डायरिया के कारण दो लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग बीमार पड़े हैं। यह घटना कोटरांका उप-मंडल के धार सकरी गांव की है, जहाँ जांच में पानी के दो झरनों में ई-कोली बैक्टीरिया पाया गया है, जो पेट और मूत्र मार्ग में संक्रमण फैलाने वाला खतरनाक जीवाणु है।
मृतकों में 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला और 40 वर्षीय महिला शामिल हैं, जिनमें से एक पहले से ही कई अन्य बीमारियों से जूझ रही थीं। प्रशासन ने तुरंत पांच झरनों को सील कर दिया है और उनका उपचार शुरू किया गया है, साथ ही लोगों को सुरक्षित और उपचारित पानी पीने की सख्त सलाह दी गई है।
Jammu and Kashmir:साफ-सफाई और स्वच्छ जल
जिला प्रशासन ने साफ-सफाई और स्वच्छ जल उपयोग को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया है ताकि इस तरह के संक्रमण को रोका जा सके। गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Gastroenteritis) और डायरिया आमतौर पर दूषित पानी या भोजन के सेवन से होते हैं, जिसमें वायरस, बैक्टीरिया और परजीवी मुख्य भूमिका निभाते हैं। यह संक्रमण पेट और आंतों में सूजन, दस्त, उल्टी, पेट दर्द और बुखार जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। इन बीमारियों से बचाव के लिए हाथ धोने की आदत, साफ-सुथरा भोजन और उबला हुआ पानी पीना बेहद जरूरी है।
Jammu and Kashmir:प्रशासन ने की जनता से अपील
प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे झरनों का अनुपचारित पानी न पिएं और स्वच्छ जल का ही सेवन करें। इसके साथ ही बच्चों को रोटावायरस जैसी बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण पर भी जोर दिया गया है। इस घटना ने साफ कर दिया है कि जल स्रोतों की सुरक्षा और नियमित जांच कितनी जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसे संक्रमण से बचा जा सके और लोगों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।
इसे भी पढ़ें