Tuesday, September 16, 2025

किसान आंदोलनः क्यों नाराज हैं किसान और क्या हैं उनकी मांगें [Farmers Movement: Why are the farmers angry and what are their demands?]

- Advertisement -

पिछले 5 साल से किसानों का आंदोलन जारी है। किसान अपनी मांगों को लेकर धरना पर बैठे है।

बड़ा सवाल है कि किसान आखिर आंदोलन कर क्यों रहे है?

बता दे कि 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार सत्ता में आए। सत्ता पर आने के ठीक एक साल बाद यानी 14 सितंबर 2020 संसद के मॉनसून सत्र के अंतिम दिनों में खेती में सुधार के लिए कृषि कानून (Farms Law 2020) लाए गए जिसके के तहत तीन बिल थे और 17 सितंबर 2020 को लोकसभा ने तीनो बिल को पास भी कर दिया। ये वही कानून हैं जिनका विरोध किसान ने 2020 के नवंबर से शुरू किया।

आईए जानते है कृषि कानून के तीनों बिल के बारे मेः

पहला कानूनः कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020 है। इसके मुताबिक किसान मनचाही जगह पर अपनी फसल बेच सकते हैं। बिना किसी रुकावट के दूसरे राज्यों में भी फसल बेच और खरीद सकते हैं।

दूसरा कानूनः मूल्य आश्वासन एवं कृषि सेवाओं पर कृषक सशक्तिकरण एवं संरक्षण अनुबंध विधेयक 2020 है। इसके जरिए देशभर में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को लेकर व्यवस्था बनाने का प्रस्ताव है। फसल खराब होने पर उसके नुकसान की भरपाई किसानों को नहीं बल्कि एग्रीमेंट करने वाले पक्ष या कंपनियों को करनी होगी।

तीसरा कानूनः आवश्यक वस्तु संशोधन बिल- 1955 में बने आवश्यनक वस्तु अधिनियम से अब खाद्य तेल, तिलहन, दाल, प्याज और आलू जैसे कृषि उत्पालदों पर से स्टॉक लिमिट हटा दी गई है।

यही कानून बनें आंदोलन की वजहः

जैसे ही बिल पास हुए केंद्र सरकार के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के हजारों किसानों ने “दिल्ली चलो” मार्च निकाल कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। ये आंदोलन जिन किसान नेताओं के नेतृत्व में शुरू हुआ वो भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत, दर्शन पाल क्रान्तिकारी किसान यूनियन पंजाब के अध्यक्ष हैं, नवदीप कौर, बलबीर सिंह राजेवाल और जोगिंदर सिंह उगराहां शामिल रहे ।

उनके मार्च को रोकने के लिए हरियाणा और पंजाब सरकार ने अपने बॉर्डर सील कर दिए थे। इसके अलावा भारी पुलिस फोर्स भी तैनात किए गए। मार्च को देखते हुए केंद्र सरकार ने अपनी तरफ से सफाई देते हुए ये कहा कि जो कानून बनाया गया है, वो किसानों के हित में है।

सरकार के तरफ से जैसे ही बयान सामने आया दिल्ली की सरहदों पर पश्चिम की ओर से पंजाब, हरियाणा और पूरब की ओर से यूपी, उत्तराखंड के किसानों ने अपनी मांगो को लेकर सीमा पर डेरा डाला रहे।

इस बीच सरकार की ओर से बातचीत की पेशकश भी हुई। लेकिन किसान नेताओं ने इन कानूनों में संशोधन का सुझाव देने या उन पर चर्चा करने की बजाय तीनों कानूनों को वापस लेने पर ही अड़े रहे। बातचीत के सभी दौर फेल रहे।

अब जानते है किसानों के मांग के बारे में

किसानों की मांग है कि MSP गारंटी को कानून बनाया जाए।
किसानों का कहना है कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पर फसलों की कीमत तय हो।
किसान चाहते हैं कि उनका कर्ज माफ होना चाहिए।
किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए।
किसान चाहते हैं कि भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू हो।
विद्युत संशोधन विधेयक- 2020 को रद्द करना चाहिए।
किसान चाहते हैं कि लखीमपुर खीरी के कांड के दोषियों को सजा मिले।

सुप्रीम कोर्ट ने बनाई समिति

सुप्रीम कोर्ट ने समिति बनाने का आदेश दिया। समिति में किसानों के प्रतिनिधि के तौर पर किसान नेता जीएस मान को भी शामिल किया गया। लेकिन मान ने ये कहते हुए इनकार कर दिया कि सभी सदस्य सरकार और कृषि कानूनों के समर्थक हैं। इतना ही नहीं  भारत बंद का ऐलान किया गया, जिसका पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी में छिटपुट असर दिखा।

किसान आंदोलनकारी यही नहीं थमे अपने मांगो को पूरा करने के लिए गणतंत्र दिवस दिवस के मौके पर पुलिस को चकमा देते हुए दिल्ली में घुस आए। लाल किले पर सिख निशान लहराया, तोड़ फोड़ और आंसू गैस की गोलीबारी हुई।

पुलिस वालों को प्रदर्शनकारियों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा जिससे एक युवक की मौत हो गई। उधर सुप्रीम कोर्ट ने जो समिति बनाई थी और उस समिति के माध्यम से जो रिपोर्ट निकला उससे न मसलें का हाल हुआ ना ही आंदोलन का अंत हुआ।

इसे भी पढ़ें

दिल्ली की ओर शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ेंगे: किसान नेता डल्लेवाल

WhatsApp Group Join Now

Hot this week

YouTuber protest Bihar: दरभंगा में यूट्यूबर के समर्थन में RJD का महाधरना, मंत्री जीवेश कुमार के बर्खास्तगी की मांग

YouTuber protest Bihar: दरभंगा, एजेंसियां। बिहार के दरभंगा में यूट्यूबर दिलीप सहनी के साथ मारपीट मामले को लेकर राजद ने बड़ा राजनीतिक प्रदर्शन किया। नेता...

CBSE board: CBSE बोर्ड में बड़ा बदलाव: स्कूल की मंजूरी के बिना एडिशनल सब्जेक्ट नहीं चुन पाएंगे छात्र

CBSE board: नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए अतिरिक्त विषयों को लेकर नए नियम...

Students protest in Kolhan University: कोल्हान विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रदर्शन, रिजल्ट और देरी पर उठाए सवाल

Students protest in Kolhan University: चाईबासा। कोल्हान विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर मंगलवार को छात्रों ने जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का मुख्य कारण विश्वविद्यालय के...

Medical education in Bihar: बिहार में मेडिकल शिक्षा को मिला बढ़ावा, 430 नई एमबीबीएस सीटें और दो नए कॉलेजों...

Medical education in Bihar: पटना, एजेंसियां। बिहार में मेडिकल पढ़ाई के क्षेत्र में बड़ी खुशखबरी है। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने राज्य में शैक्षणिक सत्र...

India drug smuggling crackdown: भारत ने 16,000 विदेशी ड्रग तस्करों पर कड़ा शिकंजा, जल्द डिपोर्टेशन की तैयारी

India drug smuggling crackdown: नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत सरकार ने देश में विदेशी ड्रग तस्करों पर बड़ा एक्शन लिया है। गृह मंत्रालय (MHA) और नारकोटिक्स...

Ajmer Taj Mahal: अजमेर के ताजमहल पर सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख,प्रशासन ने शुरू किया तोड़ना

Ajmer Taj Mahal: अजमेर, राजस्थान, एजेंसियां। सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) के आदेश के बाद अजमेर की आनासागर झील के किनारे स्थित सेवन...

Raj Kundra on EOW case: EOW केस पर राज कुंद्रा बोले- “बेबुनियाद आरोप मेरी पहचान नहीं”

Raj Kundra on EOW case: नई दिल्ली, एजेंसियां। बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति और व्यवसायी राज कुंद्रा ने आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा दर्ज...

NIA raids: धनबाद में बड़ी कार्रवाई: वासेपुर के शाहबाज अंसारी के घर पर NIA का छापा

NIA raids: धनबाद (वासेपुर)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार सुबह वासेपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए शाहबाज अंसारी के घर पर छापेमारी की। इस...
spot_img

Related Articles

Popular Categories