इन्सेफलाइटिस (जिसे दिमागी बुखार भी कहा जाता है) एक गंभीर बीमारी है, जो मस्तिष्क में सूजन का कारण बनती है। यह सूजन आमतौर पर वायरस या शरीर की इम्यून प्रतिक्रिया संक्रमण के कारण होती है। इसके लक्षण आमतौर पर हल्के फ्लू जैसे होते हैं, कुछ मामलों में यह अधिक गंभीर हो सकता है, और इसका इलाज न होने पर यह जीवन को खतरे में डाल सकता है।
क्या है इसके लक्षण:
इन्सेफलाइटिस के लक्षण आमतौर पर फ्लू जैसे होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह अधिक गंभीर हो सकते हैं। सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
तेज बुखार
सिरदर्द
गर्दन में जकड़न
कमजोरी और थकान
उल्टी होना
सुस्ती और आलस्य
भूख कम लगना
अत्यधिक संवेदनशीलता
छोटे बच्चों में दिखने वाले लक्षण:
बच्चों में इस बीमारी के लक्षणों में कुछ विशेष बातें दिखाई दे सकती हैं, जैसे:
सिर में उभरी हुई चित्ती
शरीर में जकड़न (टाइटनेस)
दूध कम पीना
चिड़चिड़ापन और बार-बार रोना
इलाज कैसे होता है:
इन्सेफलाइटिस के इलाज में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि डॉक्टर को यह पता करना होता है कि बीमारी का कारण वायरल इंफेक्शन तो नहीं है। वायरल इंफेक्शन के लिए कोई विशिष्ट इलाज नहीं होता है, इसलिए इलाज आमतौर पर लक्षणों को नियंत्रित करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
बुखार और सूजन को कम करने के लिए दवाइयाँ दी जाती हैं।
मस्तिष्क में दबाव को कम करने के लिए उपचार किए जाते हैं।
रोगी को ऑक्सीजन की सपोर्ट की आवश्यकता हो सकती है, खासकर अगर स्थिति गंभीर हो।
गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है और अन्य चिकित्सा प्रक्रियाएँ की जा सकती हैं।
बचाव के उपाय:
इन्सेफलाइटिस से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं ,गंदे पानी से संपर्क करने से बचें।
मच्छरों से बचाव के लिए अपने आसपास पानी जमा न होने दें।
बारिश के मौसम में बच्चों को अच्छे और पौष्टिक खान-पान दें।
मच्छरदानी का उपयोग करें और कीटनाशक दवाइयों का उपयोग करें।
बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं ताकि उनकी त्वचा मच्छरों से बची रहे।
टीकाकरण करवाएं। इन्सेफलाइटिस से बचाव के लिए विशेष टीके उपलब्ध हैं।
इन्सेफलाइटिस से बचने के लिए टीकाकरण:
इन्सेफलाइटिस के कारण होने वाली कई बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण उपलब्ध है। जापानी बुखार जैसे वायरल इन्फेक्शन्स के खिलाफ यह टीकाकरण विशेष रूप से प्रभावी है। टीकाकरण से इस बीमारी के होने की संभावना कम हो जाती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मच्छरों से संक्रमण फैलता है।
इन्सेफलाइटिस एक गंभीर बीमारी हो सकती है, लेकिन समय पर उपचार और बचाव के उपायों से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। यदि आपको या आपके बच्चों को इसके लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उपचार की प्रक्रिया को शुरू करें। इसके अलावा, टीकाकरण और मच्छरों से बचाव जैसे उपायों से इसे रोका जा सकता है।
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