Tariffs:
वाशिंटन , एजेंसियां। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय व्यापार अदालत (यूएस कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड) में भारत और पाकिस्तान के बीच जारी सीजफायर को लेकर एक चौंकाने वाला दावा किया है। ट्रंप सरकार ने कहा है कि भारत-पाक सीजफायर को बनाए रखने में टैरिफ नीति की अहम भूमिका रही है, और अगर इस नीति को चुनौती दी गई या इसके तहत बनाए गए नियमों को खारिज किया गया, तो दो परमाणु शक्तियों के बीच तनाव फिर से बढ़ सकता है।
Tariffs: वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक ने कहा
अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक ने अदालत में 23 मई को दाखिल अपने बयान में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए भारत-पाक के बीच सैन्य तनाव को शांत करने में टैरिफ का इस्तेमाल किया था। ट्रंप पहले भी कई मौकों पर इस बात का दावा कर चुके हैं कि उनके हस्तक्षेप और व्यापारिक समझौतों की वजह से ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर संभव हो पाया।
यह बयान उस वक्त आया है जब ट्रंप के टैरिफ नियमों को लेकर दुनियाभर में बहस चल रही है। अमेरिका ने चीन, भारत और अन्य देशों पर भारी टैरिफ लगाए हैं, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका पर टैरिफ लगाया। भारत के खिलाफ भी ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीति पहले चर्चा में रही है। अब कोर्ट में दिए गए इस बयान से यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि ट्रंप प्रशासन अपनी व्यापारिक नीतियों को सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि रणनीतिक और भू-राजनीतिक मोर्चे पर भी असरकारी बता रहा है।
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