Pakistan-Afghanistan border tensions:
इस्लामाबाद/काबुल, एजेंसियां। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर हालिया घटनाओं ने क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर तनाव बढ़ा दिया है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने अफगानिस्तान को चेतावनी दी है कि अगर उसकी धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादी हमलों के लिए किया गया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। मुनीर ने कहा कि तालिबान शासन को तुरंत आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।वहीं, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने पाकिस्तान के हवाई हमलों की कड़ी निंदा की और कहा कि वह अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार रखता है।
तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया
तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया कि अफगानिस्तान शांति और वार्ता के प्रति प्रतिबद्ध है, लेकिन पाकिस्तान की आक्रामक गतिविधियों के कारण हाल की घटनाएं हुई हैं। मुजाहिद ने कहा कि अफगान प्रतिनिधिमंडल, रक्षा मंत्री मौलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद के नेतृत्व में, पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता के लिए दोहा गया है।
दोनों देशों के प्रतिनिधि आज दोहा में उच्च स्तरीय वार्ता करेंगे। तालिबान ने कहा कि वार्ता की गंभीरता और अपने वार्ताकारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फिलहाल कोई नई सैन्य कार्रवाई नहीं की जाएगी।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना की अंधाधुंध बमबारी के कारण कंधार के स्पिन बोल्दक इलाके से लगभग 20,000 परिवार विस्थापित हुए हैं। ये लोग रेगिस्तानी और असुरक्षित क्षेत्रों में शरण ले रहे हैं, जहां बुनियादी सुविधाओं की कमी है। दोनों देशों के प्रतिनिधियों की बैठक में सीमा पर जारी झड़पों और नागरिकों की सुरक्षा के मुद्दे प्रमुख रूप से उठेंगे।
दोनों पक्षों की बातचीत का उद्देश्य क्षेत्रीय शांति बनाए रखना और सीमा पर तनाव कम करना बताया गया है। हालांकि, हाल की घटनाओं ने दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी को भी उजागर किया है।
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