वाशिंगटन, एजेंसियां। बृहस्पति ग्रह के चांद यूरोपा पर जीवन की संभावना की तलाश करने के लिए नासा ने 14 अक्टूबर को यूरोपा क्लिपर स्पेसक्राफ्ट लॉन्च किया।
स्पेसक्राफ्ट को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के फाल्कन हैवी रॉकेट से लॉन्च किया गया।
अप्रैल 2030 में बृहस्पति की कक्षा में दाखिल होगाः
यूरोपा क्लिपर 11 अप्रैल, 2030 में बृहस्पति की कक्षा में दाखिल होगा। इसके बाद 4 साल में यह 49 बार यूरोपा चांद के करीब से गुजरेगा।
अब तक का सबसे बड़ा स्पेस क्राफ्टः
- यह किसी दूसरे ग्रह की जांच के लिए नासा की तरफ से बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा स्पेसक्राफ्ट है।
- इसका साइज एक बास्केटबॉल कोर्ट से भी बड़ा है।
- इस मिशन पर नासा ने 43 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
- वैज्ञानिकों को लगता है कि बृहस्पनति के चांद की बर्फीली सतह के नीचे पानी के समुद्र है, जो इस उपग्रह को रहने लायक बना सकते हैं।
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