तेहरान, एजेंसियां। राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद ईरान में पांच दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। वहीं रईसी मौत पर भारत समेत कई देशों ने दुख जताया है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने दुख जताते हुए कहा है कि चाहे कोई भी स्थिति हो, ईरान की सरकार का कामकाज जारी रहेगा।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त कर दिया है।
ईरान के संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति की मौत हो जाने की स्थिति में उपराष्ट्रपति को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया जाता है और 50 दिनों के अंदर नये राष्ट्रपति का चुनाव कराना होता है।
ऐसे में कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाए गए मोहम्मद मोखबर केवल 50 दिनों तक ही इस पद पर बने रह पाएंगे।
इन 50 दिनों तक वह राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की कुर्सी संभालेंगे और बचे हुए कामकाज को पूरा करेंगे।
कौन हैं मोहम्मद मोखबर देजफुली
साल 2021 में जब इब्राहिम रईसी ने राष्ट्रपति का पद संभाला तो उन्होंने मोहम्मद मोखबर को अपना पहला उपराष्ट्रपति नामित किया था।
मोहम्मद मोखबर ने सालों तक अयातुल्ला अली खामेनेई के आदेश पर बने फाउंडेशन का नेतृत्व भी किया है।
बता दें कि साल 2007 में मोखबर को इस पद पर अयातुल्ला खामेनेई ने नियुक्त किया था।
इब्राहिम रईसी के बाद देश में दूसरे सबसे बड़े नेता के रूप में मोहम्मद मोखबर को जाना जाता है। साथ ही वह ईरान के उपराष्ट्रपति भी हैं।
मोहम्मद मोखबर की प्रशासन पर भी अच्छी पकड़ है। मोहम्मद मोखबर 8 अगस्त 2021 से ईरान के 7वें उपराष्ट्रपति हैं।
मोखबर वर्तमान में एक्सपीडिएंसी डिस्कर्नमेंट काउंसिल के सदस्य भी हैं। वह इसके पहले सिना बैंक में बोर्ड के अध्यक्ष और खुजेस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर रह चुके हैं।
साल 1955 में मोहम्मद मोखबर का जन्म ईरान के डेजपुल में हुआ था। अगर पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उनके पास डॉक्टरेट की दो डिग्रियां हैं।
इसमें से एक अंतर्राष्ट्रीय अधिकारों में एक डॉक्टरेंट अकादमिक पेपर और एक एमए की डिग्री शामिल है।
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