JSLPS GCRP से बदल रही है लोगों की जिंदगी
बुढ़मू। बुढ़मू प्रखण्ड के ठाकुर गांव स्थित आजीविका न्याय सलाह केंद्र में महिलाओं को न्याय दिलाने की पहल की जा रही है।
यहां GCRP हसीबा खातून ने बताया कि समाज में आज तेजी से बदलाव हो रहे हैं। डायन प्रताड़ना, दहेज प्रताड़ना, बाल विवाह, घरेलू हिंसा, हक एवं अधिकार के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं।
इन सभी कुरीतियों से लोग दूर हो रहे हैं। समाज में तेजी से बदलाव हो रहा है। कानून ने हमें समानता का दर्जा तो दिया है, लेकिन आज भी समाज में महिलाओं को समानता का दर्जा नहीं मिलता है।
आज भी महिलाओं को जादी नहीं मिलती। हक एवं अधिकार की लड़ाई के लिए सामानता एवं स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए JSLPS के GCRP द्वारा यह अभियान चलाया जा रहा है।
ठाकुरगांव, बुढ़मू, चैनगड़ा एवं उमेडंडा न्याय सलाह केंद्र में महिलाओं को न्याय दिलाया जा रहा है। 3 – 4 पंचायत को मिलकर नया सलाह केंद्र बना है।
अब तक 36 केस ठाकुरगांव आजीविका न्याय सलाह केंद्र में आये हैं, जिसमें ज्यादातर घरेलू हिंसा के केस हैं।
उन्होंने बताया कि पहले महिला अपनी बात बोलने के लिए हिचकीचाती थी, लेकिन आज महिलाएं इस न्याय सलाह केंद्र में आती है।
अपनी प्राथमिक की सूचना दर्ज कराती है और फिर इस समस्या का समाधान किया जाता है।
अगर पीड़िता चाहती है कि वह गांव लेवल पर समस्या का समाधान करें तो वैसा ही होता है और अगर पीडिता चाहती है कि इसे गोपनीय रूप से समाधान करें, तो गोपनीय रूप से भी समस्या का समाधान किया जाता है। आजीविका न्याय सलाह केंद्र में जो भी रिपोर्ट दर्ज होती है, उसे गोपनीय रखा जाता है।
GCRP के द्वारा गांव-गांव में जाकर वृद्ध लोगों को समूह से जोड़ना उन्हें आजीविका से जोड़ना और उन्हें पेंशन दिलाना ये सारे बदलाव के काम किये जा रहे हैं।
3 महीने में एक बार सलाहकार समिति का बैठक होता है। उस सलाहकार समिति का मेंबर वीडियो, थाना प्रभारी, डालशा और सीडीपीओ बीपीएम GCRP आदि रहते हैं।
जिसमें समस्या का समाधान करने में अगर दिक्कत होती है तो सलाहकार समिति की मदद से समाधान किया जाता है। इस तरह JSLPS की दीदी गांव गांव समूह समूह में जाकर बदलाव की कम कर रहे हैं।
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