नयी दिल्ली, एजेंसियां : गर्मी के मौसम से पहले भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में भंडारण क्षमता उनकी कुल क्षमता का केवल 38 प्रतिशत है, जो पिछले दशक की इसी अवधि के औसत से कम है। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
बेंगलुरु जैसे शहर पहले से ही 2,600 मिलियन (दस लाख) लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) की मांग के मुकाबले लगभग 500 एमएलडी पानी की कमी से जूझ रहे हैं।
केंद्रीय जल आयोग के साप्ताहिक बुलेटिन के अनुसार, अन्य राज्यों में से कर्नाटक में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में जल भंडारण के स्तर में कमी दर्ज की गई।
हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना (दोनों राज्यों में दो संयुक्त परियोजनाएं) और तमिलनाडु सहित कई अन्य राज्यों ने भी पिछले वर्ष की तुलना में कम भंडारण स्तर की सूचना दी है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इन 150 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 178.784 अरब घन मीटर (बीसीएम) है, जो देश की कुल अनुमानित भंडारण क्षमता 257.812 बीसीएम का लगभग 69.35 प्रतिशत है।
बृहस्पतिवार को जारी जलाशय भंडारण बुलेटिन के अनुसार, इन जलाशयों में उपलब्ध भंडारण 67.591 बीसीएम है, जो उनकी कुल भंडारण क्षमता का 38 प्रतिशत है।
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