Voter list dispute:
पटना, एजेंसियां। 9 जुलाई 2025 को बिहार में विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग के मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के खिलाफ राज्यव्यापी चक्काजाम किया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, वाम दलों और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन को सांसद पप्पू यादव और इमारत-ए-शरिया का भी समर्थन मिला। विपक्ष का आरोप है कि यह प्रक्रिया गरीब, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों को मतदाता सूची से बाहर करने की साजिश है।
Voter list dispute: रेल और सड़क यातायात ठप
सुबह से ही पटना, जहानाबाद, दरभंगा, सीवान, मुजफ्फरपुर और भोजपुर सहित कई जिलों में रेल और सड़क यातायात ठप हो गया। पटना में राजद कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग-30 को जाम किया और टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। पप्पू यादव ने सचिवालय हॉल्ट स्टेशन पर ट्रेनों को रोका।
जहानाबाद और भोजपुर में भी ट्रेनें रोकी गईं। दरभंगा में राजद कार्यकर्ताओं ने नमो भारत ट्रेन को रोककर प्रदर्शन किया। सीवान में दुकानें बंद करवाई गईं और गोपालगंज मोड़ जैसे प्रमुख स्थानों को जाम किया गया।
Voter list dispute: पटना-गया और मुजफ्फरपुर-दरभंगा हाईवे जाम
मुजफ्फरपुर में पटना-गया और मुजफ्फरपुर-दरभंगा हाईवे जाम किया गया। वैशाली में गांधी सेतु को जाम कर दिया गया, जिससे लोगों को पैदल सफर करना पड़ा।राजद नेता भोलू यादव ने कहा कि यह “वोटबंदी” है, जिससे राज्य के 3 करोड़ से ज्यादा लोगों के नाम मतदाता सूची से हट सकते हैं।इस चक्काजाम से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ट्रेनों की आवाजाही ठप है, सड़कों पर लंबा जाम है और कई जगहों पर आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। विपक्ष ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज होगा।
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