धनबाद। धनबाद में एसएनएमएमसीएच अस्पताल के प्वाइजनिंग वार्ड का नजारा बदला हुआ था। यहां अस्पताल का एक बेड ही शादी का मंडप बन गया था। एक प्रेमी जोड़े ने अस्पताल के बेड पर शादी की।
इस अनोखे विवाह के साक्षी बने वार्ड में भर्ती दूसरे मरीज, उनके परिजन और अस्पताल के कर्मी। दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भर उसे अपनी जीवनसंगिनी बना लिया।
सात जन्मों तक साथ रहने की कसमें खाईः
दोनों ने सात जन्मों तक एक-दूसरे का साथ निभाने का वचन दोहराया। दरअसल, प्रेमिका के घरवालों के रवैए से निराश होकर कुमारधुबी के आलोक कुमार वर्मा ने जहर खा लिया था। घरवालों ने अस्पताल में भर्ती कराया, तो किसी तरह जान बची। प्रेमिका नेहा गुप्ता को पता चला, तो भागकर अस्पताल पहुंची और दोनों विवाह-बंधन में बंध गए।
अस्पताल में पूरे दिन इस शादी की चर्चा होती रहीः
बारातियों ने भी नवविवाहित जोड़े को सुखी वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दीं। मौके पर मौजूद लोगों ने इन लम्हों को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड भी किया। अस्पताल में पूरे दिन इस शादी की चर्चा होती रही।
हम दोनों हैं बालिग, मर्जी से की शादीः
आलोक और नेहा ने कहा कि वे दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से शादी की है। नेहा ने साथ ही कहा कि आलोक अब उसके पति हैं और उन्हें किसी तरह का नुकसान पहुंचाया जाता है, तो इसके लिए मेरे घरवाले ही जिम्मेवार होंगे।
आलोक ने कहा कि नेहा अब उसकी पत्नी है और उसका सुख-दुख मेरा है। अस्पताल में शादी के मौके पर आलोक के परिवार की कुछ महिलाएं भी मौजूद थीं।
जान दे देने के लिए जहर खाकर लिया था प्रेमी नेः
आलोक और नेहा दो साल से एक-दूसरे से प्रेम करते हैं। इस बारे में अपने घरवालों को बताकर शादी करने की अनुमति मांगी थी। आलोक ने कहा कि उसके घरवाले शादी के लिए तैयार थे, लेकिन नेहा के परिजन राजी नहीं थे।
दो दिन पहले नेहा को लेकर उसके घरवाले धनबाद आ गए। आलोक ने कहा कि नेहा के घरवालों का रवैया देखकर उसे बड़ी तकलीफ हुई और उसने जान दे देने के लिए जहर खाकर लिया।
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