जामताड़ा। झारखंड के जामताड़ा में सरकारी गाड़ी को लेकर दो अधिकारी भिड़ गये हैं। उन दोनों के बीच मेरी गाड़ी, मेरी गाड़ी का विवाद चल रहा है।
दोनों ही जिले के वरिष्ठ पदाधिकारी हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान ही अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार और डीसीएलआर ओमप्रकाश मंडल के बीच सिर्फ एक गाड़ी को लेकर विवाद हो गया।
विवाद भी ऐसा कि मौके पर तमाशा बन गया। फिर मामला थाना तक भी पहुंच गया। अनुमंडल पदाधिकारी ने घटना का उल्लेख करते हुए लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण के बाद डीसीएलआर ने अनुमंडल पदाधिकारी की गाड़ी के चालक से चाबी ले ली और वहां से चलते बने।
इसकी जानकारी जब अनुमंडल पदाधिकारी को हुई, तब उन्होंने एसपी समेत अन्य वरीय पदाधिकारियों को फोन पर इसकी जानकारी दी।
उनकी झुंझलाहट और चिल्लाहट देख वहां कनीय कर्मचारियों की भीड़ लग गई। सभी मामले को समझने का प्रयास करने लगे। बात इतने पर ही नहीं रूकी।
फिर अनुमंडल पदाधिकारी जोर-जोर से बोलते हुए सीधे थाना पहुंच गये। थाना में उन्होंने लिखित आवेदन दिया। अपनी शिकायत में उन्होंने चालक से जबरदस्ती गाड़ी का चाबी छीनने का आरोप लगाया है।
बात इतने पर ही नहीं थमी। जैसे ही डीसीएलआर को इसकी भनक लगी, वह भी थाना पहुंच गये। उन्होंने भी थाना में लिखित आवेदन दिया है।
हालांकि थोड़ी ही देर बाद उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया। आवेदन वापस लेने का कारण उन्होंने बताया कि इसे कंप्यूटर से टाइप करवा के लाकर देंगे।
अनुमंडल पदाधिकारी से इस संबंध में बात नहीं हो सकी है। वहीं, डीसीएलआर ने इसे अपनी गाड़ी बताया है। कहा कि मेरी गाड़ी थी, तो मैंने ले लिया।
इधर दोनों अधिकारियों के बीच इस भिड़ंत का मजा कनीय कर्मचारी ले रहे है। चटखारे लेकर ये किस्सा सुनाया जा रहा है।
यह घटना भी उस समय हुई जब लोकसभा चुनाव को लेकर जनरल मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों का प्रशिक्षण चल रहा था।
इसलिए बात फैलते देर नहीं लगी। बताया जा रहा है कि गाड़ी को लेकर इन दोनों अधिकारियों के बीच पहले से अनबन चल रही है।
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