नई दिल्ली। आज तो ईडी के सामने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पेश होना ही पड़ेगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राउस एवेन्यू कोर्ट ने दो टूक कहा है कि उन्हें ईडी के सामने पेश होना ही पड़ेगा।
बताते चलें कि, सीएम केजरीवाल की तरफ से एक याचिका दायर कर मांग की गई थी कि उन्हें 16 मार्च को ईडी के सामने पेश नहीं होने की राहत दी जाये।
उनके वकील ने इसे लेकर कई तरह के तर्क भी दिए थे, लेकिन अदालत ने सभी तर्कों को खारिज करते हुए उन्हें ईडी के समक्ष पेश होने का आदेश दिया था।
महत्वपूर्ण बात ये है कि ईडी ने जो चार्जशीट इस मामले में दायर की है, उसमें केजरीवाल का नाम है। अब नाम इसलिए है, क्योंकि जांच एजेंसी को पता चला है कि जिस समय दिल्ली की नई शराब नीति बनाई जा रही थी, तब केजरीवाल का हर उस शख्स से संपर्क था, जो इस समय इस घोटाले में फंसा हुआ है।
जांच एजेंसी के मुताबिक भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू से जब पूछताछ हुई थी, तब उनकी तरफ से भी सीएम केजरीवाल का नाम लिया गया था।
उन्होंने दो टूक कहा था कि के कविता, मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल के बीच एक राजनीतिक समझ चल रही थी।
इसी आधार पर लगातार उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। पर वे ईडी के समन को नहीं मान रहे हैं। बता दें कि ईडी अब तक केजरीवाल को आठ बार समन भेजकर कर पूछताछ के लिए बुला चुकी है।
वहीं, दूसरी तरफ से आम आदमी पार्टी का कहना है कि सिर्फ मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी के लिए ये सबकुछ किया जा रहा है।
यह सब केंद्र सरकार और बीजेपी की सोची समझी साजिश है। इन सबके बीच आज का दिन महत्वपूर्ण है और उससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि सीएम केजरीवाल ईडी के समक्ष पेश होते हैं या नहीं।
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