रांची। झारखंड विधानसभा में बुधवार को आवारा कुत्तों का मामला उठा। बजट सत्र के तीसरे दिन भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने अल्पसूचित प्रश्न के तहत इसे उठाया। कहा कि देश मे हर वर्ष 20 हजार से ज्यादा मौतें आवारा कुत्तों के काटने से होती है।
झारखंड में भी औसतन 50 लोगों की मौत हो रही है। लेकिन रांची को छोड़कर किसी भी जिले में डॉग स्क्वायड नहीं है। विधायक बिनोद सिंह ने कहा कि झारखंड में आवारा कुत्ते के काटने से हुई मौत पर कोई मुआवजा पॉलिसी नहीं है। जबकि अन्य राज्यों में मुआवजा दिया जाता है।
वहीं, विधायक नीरा यादव ने कहा कि विधानसभा परिसर में भी आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं। विधायक मथुरा महतो ने कहा कि बोकारो जिला के कुत्ते को धनबाद जिला में छोड़ दिया जाता है। एक तो हमलोग हाथी से परेशान हैं ऊपर से कुत्ता छोड़ दिया जाता है।
प्रभारी मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने जवाब दिया कि आवारा कुत्तों को टीका लगाया जा रहा है । बंध्याकरण भी कराया जा रहा है। साथ ही, उन्होनें आश्वस्त किया कि सभी जिलों में डॉग स्क्वायड के गठन पर विचार किया जायेगा।