ग्लेशियर-चट्टानों के बीच 32 किमी का दुर्गम सफर
शिमला, एजेंसियां। हिमाचल प्रदेश में मशहूर श्रीखंड महादेव यात्रा रविवार से शुरू हो गई है। 2 दिन में अलग-अलग ग्रुपों में 3,200 श्रद्धालु श्रीखंड दर्शन के लिए रवाना हो गए हैं। श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज मंगलवार सुबह श्रीखंड पहुंच गया है।
यह यात्रा 27 जुलाई तक चलेगी। मान्यता है कि श्रीखंड की चोटी पर भगवान शिव का वास है। यहां शिला के रूप में 72 फीट ऊंचा शिवलिंग है।
समुद्र तल से 18,570 फीट की ऊंचाई पर है श्रीखंड
श्रीखंड महादेव मंदिर समुद्र तल से 18,570 फीट की ऊंचाई पर है। इस यात्रा को दुनिया की सबसे खतरनाक ट्रैकिंग वाली धार्मिक यात्राओं में से एक माना जाता है। जिसमें श्रद्धालुओं को 32 किलोमीटर के संकरे रास्ते पर पैदल चलना पड़ता है।
इस दौरान उन्हें बर्फ के 4 ग्लेशियर और चट्टाननुमा पहाड़ियां पार करनी पड़ती हैं। यही नहीं ढांक (खाई के ऊपर खड़ी पहाड़ी) से भी गुजरना पड़ता है।
इस दौरान यहां ऑक्सीजन की भी कमी की दिक्कत होती है। खासकर, यात्रा के मार्ग में पार्वती बाग के आगे कुछ इलाकों में यह परेशानी ज्यादा होती है।
ऐसी सूरत में श्रद्धालुओं को इलाज या फिर वापस नीचे उतारना पड़ जाता है। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रहता है।
42 श्रद्धालुओं की हो चुकी है मौत
2011 से अब तक श्रीखंड यात्रा के दौरान लगभग 42 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इस बार भी आधिकारिक यात्रा शुरू होने से पहले ही 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
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