रांची। भगवान शिव के प्रिय सावन मास की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। इससे पहले शहर के सभी शिवालयों में साफ-सफाई की जा रही है।
मंदिरों में आकर्षक विद्युत सज्जा की जा रही है। शहर के बीचों-बीच स्थित पहाड़ी मंदिर को अभूतपूर्व सजाया जा रहा है। जगह-जगह बैरिकेडिंग की जा रही है। अरघा से जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है।
हर सोमवारी को बाबा को अलग-अलग रूप में शृंगार किया जाएगा। 21 जुलाई को संध्या 4 बजे से महाआरती कर सावन महोत्सव की शुरुआत की जाएगी। सभी स्वयंसेवकों को आइडी कार्ड जारी किया जाएगा।
पार्किंग स्थल पर मेला लगेगा। मंदिर के स्टाफ व पुजारी भगवा कपड़े में होंगे, उन्हें वॉकी-टॉकी भी दिया जाएगा। पूरा मंदिर परिसर में 45 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
मंदिर की सीढ़ियों का भी रंग-रोगन हो रहा है। मुख्य द्वारों को फूलों से सजाया जाएगा। सोमवार में भीड़ को देखते हुए वैकल्पिक रास्ता भी बनाया गया है।
भक्तों के लिए पेयजल, शौचालय की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे पेयजल की व्यवस्था है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तीन वैकल्पिक रास्ते बनाए गए हैं।
ये सड़कें रहेंगी बंद
रविवार और सोमवार को हरमू रोड, श्री राणी सती मंदिर रोड, दुर्गा मंदिर रोड को बंद कर दिया जाएगा।
रविवार और सोमवार को पहाड़ी मंदिर परिसर में पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट, 200 पुलिस बल और आरएसएस के स्वयंसेवक तैनात रहेंगे। अन्य दिनों भी पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेंगे। स्ट्रेचर की व्यवस्था की गई है।
मंदिर में बढ़ाई गई सुविधाए
प्रवक्ता बादल सिंह ने बताया कि मंदिर में लोटे में जल भी देने की व्यवस्था है। मंदिर में जगह-जगह पर क्यूआर कोड लगाया गया है।
500 स्वंयसेवक पहाड़ी मंदिर विकास समिति के तैनात होंगे। साथ ही आरएसएस, शिव भक्त मंडल, हिंदू जागरण मंच, होम गार्ड के बल भी सेवा देंगे। जिला प्रशासन की ओर से 150 पुरुष और 50 महिला बल तैनात होंगी।
बैठक में विनोद कुमार, राजेश साहू समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे। मंदिर में सावन महोत्सव की तैयारी पूरी कर ली गई है।
महिलाओं-पुरुषों के लिए मंदिर में दर्शन के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जा रही है। प्रत्येक दिन बाबा का आकर्षक शृंगार होगा। हर सोमवार को महाआरती के बाद भोग का वितरण किया जाएगा।
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