भोपाल, एजेंसियां। दमोह के जैन तीर्थ कुंडलपुर में आचार्य विद्यासागर जी महाराज के उत्तराधिकारी के तौर पर समय सागर जी महाराज ने आचार्य पद स्वीकार किया।
आचार्य समय सागर जी महाराज को सबसे ऊंचे आचार्य के आसन पर बैठाया गया। सोने-चांदी के कलश से आचार्य समय सागर जी महाराज के चरण धुलवाए गए।
27 अक्टूबर 1958 को शरद पूर्णिमा के दिन कर्नाटक के चिक्कोड़ी सदलगा में समय सागर जी महाराज का जन्म हुआ। 17 साल की उम्र में 2 मई 1975 को उन्होंने ब्रह्मचर्य व्रत ले लिया।
22 साल की उम्र में दूसरे नंबर के भाई विद्याधर से गुरु दीक्षा ली 1975 में विद्यासागर महाराज को आचार्य पद मिला था।
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