नयी दिल्ली, एजेंसियां : भारतीय वायु सेना ने शनिवार को 40 साल पहले हुए ‘ऑपरेशन मेघदूत’ में अपने योगदान को याद किया, जब उसके सामरिक और रणनीतिक ‘एयरलिफ्टर्स’ और प्रमुख हेलीकॉप्टरों ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में जवानों और सामग्रियों को पहुंचाया था।
भारतीय सेना ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सियाचिन ग्लेशियर पर अपनी मौजूदगी के चार दशक पूरे किए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सेना ने 13 अप्रैल, 1984 को ‘ऑपरेशन मेघदूत’ शुरू किया था जिसमें भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना उत्तरी लद्दाख क्षेत्र के ऊंचे क्षेत्रों को सुरक्षित करने के लिए सियाचिन ग्लेशियर तक पहुंची थीं।
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