Chhath Ghats:
रांची। राजधानी रांची के छठ घाटों पर पहुंचने वाले लोगों को सुरक्षा देने के लिए एनडीआरएफ की तैनाती घाटों पर की गई है। जिला प्रशासन के आदेश पर इन्हें हाई रिस्क जोन वाले घाट पर मुस्तैद रहने का निर्देश दिया गया है। एनडीआरएफ टीम में शामिल सदस्यों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि छठ घाट पर जुटने वाली भीड़ में किसी तरह की दुर्घटना या खतरे की स्थिति उत्पन्न होती है, तो तत्काल बचाव कार्य शुरू करेंगे।
अलर्ट मोड में रहने का निर्देशः
छठ घाट पर बढ़े हुए जलस्तर की स्थिति और घाट पर होने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए टीम को पूरी तरह से अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। घाट पर पहुंचे लोगों को गहरे पानी में जाने से रोकने की जिम्मेवारी दी गई है। एनडीआरएफ के कमांडेंट सुनील कुमार सिंह के निर्देश पर असिस्टेंट कमांडेंट विनय कुमार ने छठ घाटों का चयन कर वहां टीम के सदस्यों को तैनात कर रहे हैं। असिस्टेंट कमांडेंट विनय कुमार ने कहा कि टीम जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित घाटों पर मुस्तैद रहेगी।
देवघर, जमशेदपुर व हजारीबाग में भी एनडीआरएफ तैनातः
देवघर, जमशेदपुर और हजारीबाग के छठ घाटों पर भी एनडीआरएफ की टीम लोगों की सुरक्षा में तैनात रहेगी। एक टीम में 30 लोगों को शामिल किया गया है, जो जरूरत पड़ने पर किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार हैं। मालूम हो कि पूर्व में रांची में ही तीन टीमें रहती थीं। हालांकि इस बार एक टीम को ही रांची में रखा गया है।
एनडीआरएफ की अपील- संकेतों का करें पालनः
छठ में घाट पर जाने वाले लोगों से एनडीआरएफ ने अपील करते हुए कहा है कि पूजा के दौरान संकेतों का पालन करें। जहां किनारा बंद किया गया है, उससे आगे बढ़ने का प्रयास नहीं करें। इसके अलावा बांधे गए लाल रिबन या साइन बोर्ड से आगे किसी भी हालत में नहीं जाएं। पानी के स्तर को देखकर तय कर लें कि किनारे से कितनी दूर खड़ा होना सुरक्षित रहेगा। तैरने का बिल्कुल भी अनुभव नहीं है तो किनारे से बहुत अधिक अंदर जाने का प्रयास नहीं करें। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखें।
एसडीआरएफ भी रहेगी तैनात, एनडीआरएफ से लेगी मददः
छठ घाट पर जुटने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम को भी तैनात किया गया है। जरूरत पड़ने पर एसडीआरएफ की टीम तुरंत जिला प्रशासन को सूचना देगी और एनडीआरएफ से संपर्क कर मदद लेगी।
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