बेंगलुरु: कर्नाटक में मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने तीन सीट, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक सीट जीती। इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई जो भाजपा के लिए एक झटका है।
उच्च सदन के लिए निर्वाचित हुए व्यक्तियों में अजय माकन, जी सी चंद्रशेखर और सैयद नासिर हुसैन (सभी कांग्रेस से) और भाजपा के नारायणसा के. भांडगे शामिल हैं।
इस चुनाव में निर्वाचित विधायकों ने मतदान किया। चुनाव में चार सीट के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें जनता दल (सेक्युलर) के उम्मीदवार डी. कुपेंद्र रेड्डी भी शामिल थे। रेड्डी चुनाव हार गए।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक विधायक के वोट का मूल्य 100 है और एक उम्मीदवार के चुनाव जीतने के लिए जरूरी वोटों की संख्या 4,441 है।
माकन, हुसैन और भांडगे को 4,700-4,700 वोट और चन्द्रशेखर को 4,500 वोट मिले। रेड्डी को केवल 3,600 वोट मिले और इसलिए वह चुनाव हार गए।
भाजपा विधायक एस टी सोमशेखर ने माकन के पक्ष में मतदान किया, जबकि पार्टी के एक अन्य विधायक ए शिवराम हेब्बार अनुपस्थित रहे।
भाजपा ने कहा कि वह उन पर कानूनी कार्रवाई करने की संभावना तलाश रही है और पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिए जारी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए उन्हें विधानसभा से अयोग्य घोषित करने की मांग करते हुए विधानसभा अध्यक्ष यू टी खादर के पास शिकायत दर्ज कर रही है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा, ‘‘हमें जानकारी मिली है कि सोमशेखर ने क्रॉस वोटिंग की है।
मैंने वकील विवेक रेड्डी से सलाह ली, जो हमारे प्रदेश कानूनी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और उच्च न्यायालय के वकील हैं।
हम विधानसभा अध्यक्ष से उनके (सोमशेखर) के खिलाफ (अयोग्यता की) कार्रवाई शुरू करने के लिए कहेंगे और कानून के अनुसार कदम उठाने की संभावना तलाशेंगे।’’
सोमशेखर पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वह राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मंत्री थे और तब उन्हें मैसूरु जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया था।
हाल के महीनों में, सोमशेखर और हेब्बार ने स्वयं को भाजपा से दूर कर लिया था और तेजी से कांग्रेस के साथ पहचान बनाने लगे थे।
भाजपा (66 विधायक) और जनता दल (सेक्युलर) (19 विधायक) ने संयुक्त रूप से कुपेंद्र रेड्डी को मैदान में उतारा था, हालांकि उनके पास उन्हें निर्वाचित कराने के लिए आवश्यक वोट नहीं थे।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटकों ने कहा कि वे प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस खेमे से रेड्डी के पक्ष में ‘अंतरात्मा के वोट’ की उम्मीद कर रहे थे।
विधानसभा में कांग्रेस के 134 सदस्य हैं। दो निर्दलीय सहित चार अन्य सदस्य भी हैं।
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