साहेबंगंज। साहेबगंज जिले में राजमहल सामान्य विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने इस बार भी अपने पुराने योद्धा अनंत ओझा को तीसरी बार हैट्रिक लगाने का रिकार्ड बनाने के लिए मैदान में उतारा है। जबकि झामुमो ने पिछले दो चुनावों से भाजपा को कड़ी टक्कर देने वाले चुनावी रणनीति बनाने में माहिर मो ताजुद्दीन उर्फ एमटी राजा को मैदान में उतारा है।
बंगाल रियासत की कभी राजधानी रहे राजमहल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा घुसपैठ के मुद्दे को उछाल कर गैर अल्पसंख्यक वोटरों को गोलबंद कर चुनावी जंग जीतने की पूरी कोशिश की है।
जेएलकेएम प्रत्याशी मोतीलाल मुकाबले को त्रिकोणीय बनायाः
वहीं जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम के प्रत्याशी मोतीलाल सरकार भी बंगला भाषी इस क्षेत्र चुनावी जंग को त्रिकोणीय बनाने के प्रयास में जुटे हैं। इस तरह इस क्षेत्र में भाजपा, झामुमो समेत 14 प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं। 20 नवम्बर को इस क्षेत्र में मतदान होना है।
झामुमो के स्टार प्रचारक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस बार राजमहल में तीर कमान के प्रहार से भाजपा के कमल को कीचड़ में फंसाने के लिए एड़ी-चोटी एक कर दिया है। पर इस बार बीजेपी ने बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे को इतना उछाला है कि यह चुनाव के दौरान राज्य सरकार की कल्याणकाली योजनाओं को चुनौती देता नजर आया।
संथाल परगना, तो वेसी ही बांग्लादेशी घुसपैठ से प्रभावित है। इसलिए यह मुद्दा यहां पूरी तरह छाया रहा। बीजेपी प्रत्याशी अनंत ओझा तो पिछले 24 साल से यह उठाते आ रहे हैं। इस बार उन्हें हिमता बिस्वा सरमा का साथ मिला और यह मुद्दा छा गया।
साहेबगंज जिले में इस मुद्दे पर भी खूब वोटिंग हुई है। मतदान का यहां प्रतिशत भी बढ़ा है। कुल मिलाकर कहें, तो अनंत ओझा को यहां हैट्रिक लगाने में कोई खास परेशानी नहीं होनी चाहिए।
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