Rahul Gandhi:
नई दिल्ली, एजेंसियां। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दोनों नेताओं के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। यह आरोपपत्र दिल्ली की राउस एवेन्यू कोर्ट में दाखिल किया गया है। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा, सुमन दुबे समेत कई अन्य नेताओं के नाम भी शामिल हैं।
ईडी द्वारा दायर किए गए आरोपपत्र में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत सोनिया और राहुल गांधी को आरोपी बनाया गया है। इस मामले की सुनवाई 25 अप्रैल 2025 को राउस एवेन्यू कोर्ट में होगी। इससे पहले, ईडी ने सोनिया और राहुल गांधी से जुड़ी संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी।
Rahul Gandhi: नेशनल हेराल्ड मामला क्या है?
नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की स्थापना 1938 में जवाहरलाल नेहरू ने की थी, जो स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक था। इसे असोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) द्वारा प्रकाशित किया जाता था। 2008 में वित्तीय संकट के बाद यह समाचार पत्र बंद हो गया, और यहीं से यह विवाद शुरू हुआ।
2010 में यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएल) नामक कंपनी का गठन हुआ, जिसमें सोनिया और राहुल गांधी की 38-38% हिस्सेदारी है। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में आरोप लगाया कि वाईआईएल ने एजेएल की 2000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां मात्र 50 लाख रुपये में हासिल कीं, जो धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है।
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